संघ शताब्दी वर्ष पर निकला पथ संचलन, पुष्पवर्षा से स्वागत
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- Oct 02, 2025
आरएसएस के स्थापना दिवस पर पूर्ण गणवेश में जुटे स्वयंसेवक
जोधपुर, 02 अक्टूबर (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की ओर से विजयादशमी पर संघ शताब्दी वर्ष कार्यक्रम की शुरुआत की गई। शताब्दी वर्ष प्रवेश से संघ के स्वयंसेवक वर्षभर समाज जागरण के लिए विभिन्न कार्य करेंगे। इस कड़ी में गुरुवार को विजयादशमी पर शहर में करीब 34 स्थानों पर पथ संचलन निकाले गए। साथ ही शस्त्र पूजन भी किया गया।
संघ के महानगर कार्यवाह भरत जांगिड़ ने बताया कि कीर्ति नगर के विद्या विष्णु शिक्षक नगर व शिव सागर बस्ती, केशव नगर की प्रतापेश्वर व शिवाजी बस्ती, चौखा के नयापुरा व बड़ली गोलासनी, नंदनवन नगर के बिजलीघर व विवेकानंद, पाश्र्वनाथ नगर के सालावास व पाश्र्वनाथ, पाल बालाजी नगर के गुलाब नगर व शिल्पग्राम सहित अन्य बस्तियों में संचलन निकाला गया। पथ संचलन में स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में शामिल हुए। सर पर काली टोपी, सफेद शर्ट, भूरी पेंट, बेल्ट, खाकी मौजे, काले जूतों के साथ हाथ में दण्ड लिए अनुशासन के साथ घोष की ताल पर लयबद्ध होकर निकले। कदम से कदम ताल मिलाते हुए संघ के स्वयंसेवक जब अपने-अपने क्षेत्र से निकले तो लोगों ने पुष्प वर्षा कर उनका अभिनंदन किया। उन्होंने बताया कि 12 अक्टूबर तक 311 संचलन होंगे।
जोधपुर में 1941 में हुई थी शुरुआत
गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना नागपुर में साल 1925 में विजयदशमी के दिन की गई थी। जोधपुर में इसकी शुरुआत 1941 में की गई। जालोरी गेट के बाहर बख्तावरमालजी बाग में वर्तमान में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पिता गोविंद फडणवीस ने यहां पर एक पहली शाखा शुरू की थी। गोविन्द अपने मामा के पास पढ़ाई के लिए जोधपुर आए थे। इस दौर में संघ के दूसरे सरसंचालक माधव सदाशिव राव गोलवलकर गुरुजी ने साल 1946 में जोधपुर का प्रवास किया था और बख्तावरमलजी का बाग स्थित शाखा में उनका कार्यक्रम भी हुआ था।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश



