हरिद्वार, 07 नवंबर (हि.स.)। गुरुकुल कांगडी सम विश्वविद्यालय की ओर से राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान वक्ताओं ने बताया कि रोग की जानकारी होते ही इलाज शुरू कर दिए जाने से काफी हद तक असाध्य रोगों से भी निजात मिल सकती है।
गुरुकुल कांगडी सम विश्वविद्यालय की ओर से राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस पर आयोजित जागरूकता और विशेष व्याख्यान कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप-प्रज्ज्वलित एवं वैदिक मंत्रोचार के माध्यम से किया गया।
इस मौके पर मैक्स सुपर स्पेशलिटी देहरादून के एसोसिएट कन्सलटेंट डॉ. सौरभ तिवारी ने कहा कि चिकित्सा उपचार और इच्छा शक्ति के प्रभाव से रोग पर नियंत्रण पाने में मदद मिलती है।
सामान्यतः रोग की तीसरी अवस्था में पता चलता है। रोग के शुरूवाती समय में व्यक्ति को रोग के लक्षण और प्रभाव का पता नही चल पाता ओर न ही किसी प्रकार की कमी महसूस होती है। लम्बे समय अन्तराल पर व्यक्ति को जांच कराने पर इस रोग की विषमता का पता चलता है। चिकित्सा उपचार और इच्छा शक्ति के प्रभाव से रोग पर नियंत्रण पाने में मदद मिलती है।
डॉ.तिवारी ने कहा कि कैंसर के उपचार को लेकर रोगी के परिजनों में अनेक प्रकार की भ्रांतियॉ और मिथक रहते हैं, जो वास्तविकता से परे होती है। जांच उपरान्त ही उपचार की शुरूवात की जा सकती है। री है। उन्होंने कहा कि नियमित जांच और स्वस्थ दिनचर्या व खान-पान मे सन्तुलन रखना जरूरी है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. हेमलता कृष्णमूर्ति ने किया। इस मौके पर विभागाध्यक्ष डॉ.पवन कुमार, प्रो.सुरेखा राणा,प्रो.एलपी पुरोहित,प्रो.पूनम पैन्यूली,डॉ प्रशान्त तेवतियॉ,डॉ.इन्दु गौतम,डॉ.बिन्दु अरोडा,डॉ.अशिमा गर्ग,डॉ.आकांक्षा चौहान,डॉ.मुकेश कुमार डॉ. पंकजपाल,डॉ.राजीव सक्सेना,डॉ.अनिल डंगवाल,राजेन्द्र सिंह, हेमन्त नेगी, कुलभूषण शर्मा,पुरूषोतम,बाबादीन, रजनीश भारद्वाज सहित उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला