कैथल में ग्राम पंचायत का फैसला, सरकारी स्कूल में पढ़ेंगे सभी बच्चे

कैथल, 28 अप्रैल (हि.स.)। गांव बरटा की ग्राम पंचायत ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए गांव के सभी बच्चों को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बरटा में दाखिला करवाने का संकल्प लिया है। पंचायत ने सरकारी शिक्षा को बढ़ावा देने और निजी स्कूलों पर निर्भरता कम करने की दिशा में ठोस प्रयास शुरू किए हैं।

इस पहल की अगुवाई गांव की सरपंच अनिता रानी ने स्वयं अपने घर से की है। उन्होंने अपने इकलौते पुत्र का दाखिला पहले ही सरकारी विद्यालय में करवाकर एक मिसाल पेश की है। सरपंच ने कहा कि सरकारी स्कूलों में भी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकती है, बस हमें अपने दृष्टिकोण को बदलने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत ने निश्चय किया है कि सरकारी शिक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा और हर संभव सहयोग विद्यालय को दिया जाएगा।

इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या मीना कुमारी ढुल, स्टाफ सदस्य कुलदीप, हिमांशु, रमन कुमार, सत्या, निधि, उमा, जगदीश, रामनिवास, मनोज कुमार टांक, धर्मजीत (डीपीई), महेन्द्र पाल, जयवीर और सोनू सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। विद्यालय स्टाफ ने ग्राम पंचायत की इस पहल का हार्दिक स्वागत किया और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, अनुशासन और बेहतर वातावरण प्रदान करने का आश्वासन दिया। प्रधानाचार्या मीना कुमारी ढुल ने कहा कि सरकारी विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए शिक्षक समुदाय पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है।

ग्राम पंचायत बरटा की इस पहल को न केवल गांव में बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी सराहना मिल रही है। इसे सरकारी शिक्षा को सशक्त और लोकप्रिय बनाने की दिशा में एक बड़ी प्रेरणा के रूप में देखा जा रहा है। अब उम्मीद है कि अन्य गांव भी बरटा से प्रेरणा लेकर सरकारी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए आगे आएंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / मनोज वर्मा

   

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