अभिजीत मंडल ने की थी आरजी कर कांड को आत्महत्या दिखाने की कोशिश, सीबीआई ने मांगी हिरासत

कोलकाता, 04 अक्टूबर (हि.स.)। आर.जी. कर अस्पताल की छात्रा डॉक्टर के बलात्कार और हत्या मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को सियालदह अदालत से संदीप घोष और अभिजीत मंडल की जेल हिरासत बढ़ाने का अनुरोध किया। सीबीआई ने शुक्रवार को अदालत में कहा कि आरोपितों से जेल में पूछताछ की गई थी, लेकिन उन्होंने पूछताछ में सहयोग नहीं किया। एजेंसी का यह भी कहना है कि बलात्कार और हत्या की घटना को खुदकुशी दिखाने की कोशिश की गई थी, इसलिए जांच के लिए और समय चाहिए। उन्होंने खास तौर पर टाला थाने के पूर्व प्रभारी अभिजीत मंडल का जिक्र करते हुए कहा कि सुबह में वारदात होने के बाद भी देर रात तक एफआईआर दर्ज नहीं करने के पीछे एक साजिश थी। हत्या को आत्महत्या दिखाने का प्रयास उन्होंने किया था।

सीबीआई ने अदालत को बताया कि एक अक्टूबर से तीन अक्टूबर तक संदीप और अभिजीत को जेल में रखा गया था, जहां उनसे पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान उन्होंने ऐसा कुछ कहा, जिसे सत्यापित करने की आवश्यकता है। एजेंसी ने दावा किया कि संदीप और अभिजीत मामले में जानते हैं कि जांच किस दिशा में जा रही है। ऐसे में अगर उन्हें जमानत दी गई, तो वे सबूतों को नष्ट करने की कोशिश कर सकते हैं।

अदालत में सीबीआई ने यह भी बताया कि इस मामले में गिरफ्तार सिविक वॉलंटियर की भूमिका की भी जांच की जा रही है। सीबीआई का मानना है कि इस मामले में और लोग शामिल हो सकते हैं, और सिविक वॉलंटियर को भी किसी ने मदद की हो सकती है।

उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने संदीप को पहले आर.जी. कर अस्पताल में वित्तीय घोटाले के आरोप में गिरफ्तार किया था, जिसके बाद 15 सितंबर को बलात्कार और हत्या के मामले में भी उसे गिरफ्तार किया गया। वहीं, 14 सितंबर को अभिजीत मंडल को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया था। दोनों पर सबूत नष्ट करने का गंभीर आरोप लगाया गया था। 30 सितंबर तक सीबीआई की हिरासत में रहने के बाद, अदालत ने चार अक्टूबर तक उन्हें जेल हिरासत में भेजा था।

सीबीआई ने अदालत से कहा कि संदीप और अभिजीत की जेल हिरासत समाप्त हो रही है, इसलिए उनकी 14 दिनों की और जेल हिरासत की मांग की जा रही है। साथ ही, जेल में उनसे पूछताछ की अनुमति भी मांगी गई है। सीबीआई ने बताया कि घटना के बाद संदीप और अभिजीत की फोन पर बातचीत हुई थी, और उनके साथ और कौन लोग जुड़े हुए थे, यह भी जांच का विषय है।

सीबीआई ने यह भी कहा कि वह दो मामलों की जांच कर रही है। एक, आर.जी. कर अस्पताल की छात्रा डॉक्टर के बलात्कार और हत्या का मामला, और दूसरा, अस्पताल में वित्तीय घोटाले का मामला। सुप्रीम कोर्ट में आरजी कर मामले की सुनवाई के दौरान सीबीआई ने यह जानकारी दी। अब यह जांच की जा रही है कि दोनों मामले आपस में जुड़े हुए हैं या नहीं।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

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