मजदूरों-कर्मचारियों की आकांक्षाओं के खिलाफ बजट : सीटू

नाहन, 17 मार्च (हि.स.)। सीटू के जिला महासचिव आशीष कुमार, जिला उपाध्यक्ष रिज़वान और निर्माण मजदूर यूनियन के जिला महासचिव ने कहा कि हिमाचल सरकार का बजट मजदूरों और कर्मचारियों की आकांक्षाओं के खिलाफ है। उनका कहना है कि आत्मनिर्भर हिमाचल की बात करने वाले इस बजट में मजदूरों और कर्मचारियों के मुद्दों को प्राथमिकता नहीं दी गई और यह मुद्दे बजट पुस्तिका के अंतिम पन्नों में ही रखे गए हैं, जो इस बजट की दिशा को साफ दर्शाता है।

उन्होंने कहा कि सरकार के एजेंडे से मजदूर और कर्मचारी पूरी तरह गायब हैं। महंगाई के इस दौर में मजदूरों की दिहाड़ी में केवल 25 रुपये की वृद्धि और इसे उपभोक्ता महंगाई सूचकांक के साथ न जोड़ना, मनरेगा मजदूरों की दिहाड़ी में सिर्फ 20 रुपये की बढ़ोतरी करना और उन्हें हिमाचल सरकार के न्यूनतम वेतन के दायरे में नहीं लाना, यह उनके साथ क्रूर मजाक है।

निगमों और बोर्डों की ओपीएस बहाली पर सरकार की खामोशी और सरकार की दस गारंटियों के वादे से मुकरने को लेकर भी उन्होंने नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि यह बजट मजदूरों और कर्मचारियों के दुखों का निवारण करने वाला बजट नहीं है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / जितेंद्र ठाकुर

   

सम्बंधित खबर