धुंध ने बढ़ाई दुश्वारियां, आगोश में कई मैदानी इलाके

नाहन, 13 नवम्बर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में पिछले कुछ दिनों से सुबह और शाम घनी धुंध ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। खासकर मैदानी इलाकों में धुंध की स्थिति अधिक गंभीर हो रही है, जिससे आम जनजीवन पर असर पड़ रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 17 नवम्बर तक प्रदेश के कई हिस्सों में घनी धुंध का अलर्ट जारी किया है।

जिला सिरमौर के विभिन्न हिस्सों विशेष रूप से कालाअंब, पांवटा साहिब, और नाहन में पिछले कई दिनों से धुंध की चपेट में हैं। नाहन जिला मुख्यालय और इसके आसपास के इलाकों में विजिबिलिटी में भारी कमी आ गई है जिससे वाहन चालकों और पैदल चलने वालों को परेशानी हो रही है। वहीं अब ऊपरी इलाकों में भी धुंध की स्थिति लगातार बिगड़ रही है।

धुंध और मौसम परिवर्तन के कारण लोग खांसी, जुकाम और बुखार जैसी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं जिससे अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग को अब सामान्य बीमारियों के साथ-साथ सर्दी-खांसी और बुखार के मरीजों की भी संख्या बढ़ने का सामना करना पड़ रहा है।

इसके अलावा धुंध का प्रभाव कृषि पर भी पड़ रहा है। पिछले डेढ़ महीने से बारिश न होने के कारण फसलों पर विपरीत असर देखने को मिल रहा है जिससे किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। धुंध और सूखा मिलकर पर्यावरणीय असंतुलन का कारण बन रहे हैं, जिससे आसपास के प्राकृतिक संसाधनों पर भी असर पड़ा है।

मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक इस स्थिति में कोई खास सुधार की संभावना नहीं है और घनी धुंध के चलते विजिबिलिटी में और कमी आ सकती है।

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हिन्दुस्थान समाचार / जितेंद्र ठाकुर

   

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