सीएम ने नहीं किया मेरा इस्तीफा स्वीकार, एसआई भर्ती पर जल्द लेना चाहिए निर्णय : किरोड़ी

अलवर, 18 जनवरी (हि.स.)। कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीना ने एसआई परीक्षा रद्द होने को लेकर बयान दिया है। उन्होंने एसआई परीक्षा मामले को लेकर कहा कि एसओजी ने रिपोर्ट दी है कि परीक्षा रद्द होनी चाहिए और हाईकोर्ट भी यही चाहता है। अब जनता का मन बन गया कि पेपर रद्द होना चाहिए। इस बात को लेकर मुख्यमंत्री को भी निर्णय लेना चाहिए कि पेपर रद्द हो। किरोड़ी लाल मीना ने शनिवार को अलवर में स्वामित्व योजना को लेकर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की।

कृषि मंत्री मीणा ने कहा कि एसओजी, पुलिस मुख्यालय, एडवोकेट जनरल एवं कैबिनेट उप समिति ने भी एसआई भर्ती रद्द करने की बात कही है। हाईकोर्ट ने भी ऐसी ही मंशा जताई है। पहले ही दिन से यह बात कही जा रही थी कि एसआई भर्ती को रद्द किया जाए। परीक्षार्थी बेल आउट होने के बाद ज्वाइन करने के लिए चले गए। राजस्थान में सर्वमान्य जनता का मत बन गया कि एसआई भर्ती परीक्षा रद्द होनी चाहिए। जन भावना के अनुकूल ही प्रदेश के मुख्यमंत्री को इस पर निर्णय लेना चाहिए।मीणा ने कहा कि मैं अब भी सरकार में मंत्री हूं। मैंने पूर्व में अपने पद से इस्तीफा दिया था, लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री ने स्वीकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि वे अब भी अपने विभाग की जरूरी फाइलों व कामकाज को देखते हैं। विभाग में कामकाज बिल्कुल ठीक चल रहा है। उन्होंने कहा कि चाहे मैं चुनाव जीतू या चुनाव हारूं, मैं जनता के बीच हूं और हमेशा घूमता रहता हूं। उन्होंने बरसात से फसलों को नुकसान पर कहा कि अगर कोई पटवारी घर बैठे रिपोर्ट बना रहा है तो सूचना मिलने पर उस पर भी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने पंचायत चुनाव को लेकर कहा कि पहले समिति बनेगी, उसके बाद निर्णय किया जाएगा। कोई भी प्राकृतिक आपदा हो, सरकार फसल की गिरदावरी रिपोर्ट मंगवाती है। मावठ से हुए नुकसान की गिरदावरी की रिपोर्ट को लेकर अभी कोई शिकायत सरकार को नहीं मिली है। यदि ऐसी कोई शिकायत आती है, तो उसकी जांच कराई जाएगी। गिरदावरी की रिपोर्ट के अनुसार ही किसानों को फसल नुकसान का मुआवजा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि कोई भी योजना ओवरऑल बनती है। सीएम ने विभिन्न वर्गों के साथ बजट के लिए चर्चा का दौर शुरू कर दिया है। चर्चा के दौरान बजट का प्रावधान रखा जाएगा और विकास कार्य कराएंगे।

कृषि मंत्री डॉ किरोडी लाल मीणा ने कहा कि कोई ऐसी घटना जो सरकार के लिए दुखदायी बने, ऐसी घटना की सरकार को जानकारी देना मेरा कर्तव्य बनता है। इसको यह नहीं मानकर चलना चाहिए कि मैं सरकार के खिलाफ बोलता हूं। मेरी ओर से सिर्फ सरकार को जानकारी दी जाती है।

कृषि मंत्री ने कहा कि इस साल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डीएपी की उपलब्धता कम रही, जिसके चलते भाव ज्यादा रहे। इससे किसानों को डीएपी की कुछ कमी हुई, लेकिन बाद में इसको सुधार लिया गया। उन्होंने कहा कि डीएपी का सरकार को निर्यात करना पड़ता है। 'एक देश एक चुनाव' पर किरोड़ी ने कहा कि अगर बार-बार चुनाव होता है, तो बार-बार आचार संहिता लगती है, जिसके चलते विकास के कई कार्य ठप हो जाते हैं। चुनाव के दौरान मोर्चा संभालने वाली फोर्स व प्रशासन को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, वहीं आमजन भी प्रभावित होता है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में एक साथ चुनाव पहले भी हुए हैं और आगे भी होने चाहिए। यह राष्ट्र हित में है।

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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित

   

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