हिसार के श्याम भक्त ने खाटू श्याम को चढ़ाया 1.10 करोड़ का सोने का मुकुट
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- Mar 14, 2025

प्रसिद्धि नहीं चाहता व्यापारी, इसलिए नाम बताने से किया इनकारहिसार, 14 मार्च (हि.स.)। जिले के कस्बा हांसी के एक व्यापारी ने रींगस वाले खाटू श्याम मंदिर में सोने का मुकुट श्याम बाबा को चढ़ाया है। व्यापारी भक्त ने खाटू श्याम मंदिर में 1.10 करोड़ रुपये की लागत से बना सवा किलो सोने बना मुकुट दान में दिया है। बाबा श्याम को सोने का मुकुट अर्पित करने वाले व्यापारी ने अपना नाम बताने से मना कर दिया है। उनका कहना था कि वह कोई दिखावा नहीं करना चाहते। व्यापारी द्वारा श्याम बाबा को अर्पित किए मुकुट में 24 कैरेट गोल्ड का करीब सवा किलो का सोने का मुकुट चढ़ाया है जिसकी आज के हिसाब से कीमत करीब 1 करोड़ 10 लाख है। बता दें कि हांसी में भी खाटू श्याम की बड़ी मान्यता है और हांसी को खाटू श्याम की दूसरी नगरी भी कहा जाता है और यहां दिन-प्रतिदिन बाबा श्याम की लोकप्रियता व श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। फाल्गुन मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की निशान यात्रा हांसी से रींगस द्वार तक जाती है। राजस्थान के सीकर जिले के रींगस में श्याम बाबा के मंदिर में हजारों लोग अकेले हांसी से जाते हैं।हांसी में बनाया है 50 लाख रुपए की लागत से तोरणद्वार हांसी में विश्वकर्मा चौक के समीप श्याम बाबा का 50 लाख का तोरण द्वार बनाया गया है। हांसी में खाटू श्याम के प्रति इतनी भक्ति है कि यहां के भक्तों ने राजस्थान के खाटू श्याम की तरह तोरण द्वार बनाया है। करीब एक साल में बनकर तैयार हुए तोरण द्वार की ऊंचाई करीब 22 फीट है। द्वार के निर्माण में राजस्थान के धौलपुर पत्थर का इस्तेमाल किया गया है। तोरण द्वार के ऊपर बड़े-बड़े अक्षरों में श्री श्याम देवाय नमः लिखा हुआ है। वहीं तोरणद्वार में सुंदर लाइटें भी लगाई गई हैं।52वें श्याम महोत्सव में 50 लाख के नोटों से सजाया था दरबारहांसी में विश्वकर्मा चौक स्थित श्री श्याम बाबा मंदिर में पिछले वर्ष 52वां महोत्सव मनाया गया था। इस महोत्सव में श्याम बाबा को 50 लाख रुपए के नोटों से सजाया गया था। सजावट में 10 से लेकर 500 तक के नोटों का प्रयोग किया गया था। बाबा पर इतना चढ़ावा आया कि माला से बाहर भी नोटों की गड्डियां रखनी पड़ी। श्री श्याम मंदिर कमेटी ने दावा किया था कि आज से पहले हरियाणा में श्याम बाबा का इतना भव्य लक्ष्मी श्रृंगार कही नहीं हुआ है। दिल्ली से आए कारीगरों द्वारा 20 दिन में नोटों की माला को तैयार करवाया गया है।कौन है बाबा श्यामहारे के सहारे बाबा श्याम को भगवान श्री कृष्ण का अवतार माना जाता है। महाभारत युद्ध के दौरान भीम के पौत्र बर्बरीक कौरवों की तरफ से युद्ध में शामिल होने जा रहे थे। बर्बरीक के पास 3 ऐसी तीर थे, जो पूरे युद्ध को पलट सकते थे। इसी को लेकर भगवान कृष्ण ने ब्राह्मण का रूप में आए और उनसे शीश दान में मांग लिया। बर्बरीक ने भी बिना संकोच किए भगवान कृष्ण को अपना शीश दान में दे दिया। तब भगवान श्री कृष्ण ने प्रसन्न होकर बर्बरीक को कहा था कि 'बर्बरीक तुम्हें कलयुग में श्याम के नाम से पूजा जाएगा, लोग तुम्हें मेरे नाम से पुकारेंगे और तुम अपने भक्तों के हारे का सहारा बनोगे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर