डायबिटीज और फैटी लीवर में देश में टॉप पर चंडीगढ़:देश की तुलना में कहीं ज्यादा गंभीर हालात, विशेषज्ञ बोले– अब नहीं चेते तो देर हो जाएगी

चंडीगढ़ में फैटी लीवर और डायबिटीज की समस्या बेहद गंभीर रूप लेती जा रही है। एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार जहां देशभर में हर 100 में से 38 बड़े लोग फैटी लीवर की बीमारी से जूझ रहे हैं। वहीं चंडीगढ़ में यह आंकड़ा 53.5% तक पहुंच गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह समस्या अब केवल शराब पीने वालों तक सीमित नहीं रही, बल्कि जंक फूड, ज्यादा चीनी और तेल वाला खाना लेने वालों में भी तेजी से बढ़ रही है। बच्चों और युवाओं में भी बढ़ रहा खतरा पीजीआई गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के पूर्व प्रमुख डॉ. राकेश कोच्छर बताते हैं कि अब ऐसे मरीज भी सामने आ रहे हैं जिन्होंने कभी शराब का सेवन नहीं किया, फिर भी उनके लीवर में 5% से अधिक वसा जमा हो चुकी है। जंक फूड, मीठे पेय और बैठकर रहने की जीवनशैली इसकी सबसे बड़ी वजहें बन रही हैं। यह एक "साइलेंट महामारी" बन चुका है क्योंकि इसके लक्षण तब तक सामने नहीं आते जब तक लीवर गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त न हो जाए। इसीलिए नियमित लीवर जांच और जीवनशैली में सुधार ही इससे बचाव का सबसे कारगर उपाय है। लीवर कैंसर तक का सफर हो सकता है घातक डॉक्टरों ने चेताया है कि यदि समय रहते फैटी लीवर, हेपेटाइटिस बी-सी, या अधिक शराब के सेवन जैसी समस्याओं का इलाज न किया जाए, तो ये आगे चलकर सिरोसिस और लिवर कैंसर का रूप ले सकती हैं। जब मरीज अस्पताल आते हैं, तब तक लीवर का बड़ा हिस्सा डैमेज हो चुका होता है, और इलाज बेहद कठिन हो जाता है। ऐसे रखें लीवर को स्वस्थ संतुलित और पौष्टिक आहार लें – फास्ट फूड, प्रोसेस्ड फूड, ज्यादा तेल-घी और चीनी से परहेज करें। शराब से पूरी तरह दूरी बनाएं। बिना डॉक्टर की सलाह दवाएं न लें – खासतौर पर हर्बल या कच्ची दवाएं। रोजाना व्यायाम करें – इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है और लीवर की चर्बी कम होती है।

   

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