अधिवक्ताओं ने की मांग, हिन्दुओं की रक्षा के लिए बांग्लादेश में संयुक्त राष्ट्र भेजे अंतरराष्ट्रीय शांति सेना

बांग्लादेश की घटनाओं से चिंतित अधिवक्ताओं ने संयुक्त राष्ट्र संघ को भेजा पत्र

हरिद्वार, 4 दिसंबर (हि.स.)। मानव अधिकार मंच के तहत नगर के अधिवक्ताओं ने एक बैठक कर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर आक्रोश व्यक्त किया। अधिवक्ताओं ने सर्वसम्मत से एक प्रस्ताव पारित कर संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव को भेजा है, जिसमें बांग्लादेश में हिन्दुओं की रक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय शांति सेना भेजने की मांग की गई है।

बुधवार को रोशनाबाद कोर्ट परिसर में मानव अधिकार मंच की बैठक में वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या, लूटपाट, हिन्दू महिलाओं के साथ बलात्कार और मंदिरों में तोड़फोड़ पर चिंता व्यक्त की। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संपर्क प्रमुख सीए अनिल वर्मा ने बांग्लादेश में आज हिन्दुओं की स्थिति पर प्रकाश डाला। बैठक में सर्वसम्मत से एक प्रस्ताव पारित कर भारत की राष्ट्रपति के माध्यम से यूनाइटेड नेशन के सचिव को भेजा गया। पत्र में बांग्लादेश में हो रही घटनाओं का जिक्र करते हुए इसको तुरंत रोके जाने की कार्रवाई करने की मांग की गई है। अधिवक्ताओं ने संयुक्त राष्ट्र संघ के अधिकारियों से अपील की है कि हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के मामले में दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए तथा लोगों के आर्थिक नुकसान की भरपाई की जाए। पत्र में कहा गया कि इसके लिए यदि आवश्यकता पड़ती है तो बांग्लादेश में अंतरराष्ट्रीय शांति सेना तैनात की जाए। अधिवक्ताओं ने भारत सरकार से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।

अधिवक्ता परिषद के अध्यक्ष दीपक ने कहा कि बांग्लादेश के मुद्दे पर 10 दिसंबर को मानवाधिकार दिवस पर ऋषिकुल ग्राउंड से एक रोष मार्च निकाला जाएगा। बैठक में अधिवक्ता परिषद की महामंत्री प्रियंका वर्मा , ज्ञानेश्वर ठकराल, तरसेम सिंह चौहान, उत्तम सिंह चौहान , राजीव सैनी, अमित शर्मा , पंकज दत्त शर्मा , शुभम सहित अनेक अधिवक्ताओं ने भाग लिया ,

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हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

   

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