सूर्योपासना के महापर्व का दूसरा दिन, छठ व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू

- माला-फूल गंगा डालने के लिए बरियाघाट में रखे गए अर्पण कलश

- गुरुवार को अस्ताचलगामी व शुक्रवार को उदयाचलगामी भगवान सूर्य को देंगी अर्घ्य

मीरजापुर, 6 नवम्बर (हि.स.)। सूर्योपासना के महापर्व छठ के चार दिवसीय अनुष्ठान के दूसरे दिन बुधवार को महिलाओं ने श्रद्धा भाव से खरना का व्रत रखा। जल में उतरकर सूर्य की उपासना किया। गंगा घाटों पर व्रती महिलाओं ने एक दूसरे को सिंदूर लगाया। छठी मैया को नया चावल, गुड़ एवं दूध से पकवान बनाया और उसका भोग लगाया।

सूर्यास्त के बाद महिलाओं ने भगवान सूर्य की विधि विधान से पूजा-अर्चना की। खीर, रोटी, केला आदि प्रसाद स्वरूप अर्पित किया। इसके बाद मंगलकामना की प्रार्थना संग व्रती महिलाओं ने प्रसाद ग्रहण किया। छठ पर्व पर घरों के साथ ही घाटों पर छठी मईया के गीत गूंजायमान हो रहे थे। खरना के दिन तन-मन से शुद्ध होकर छठी मैया का प्रसाद बनाया गया। खरना अनुष्ठान संपन्न होने के बाद महिलाओं का 36 घंटे का निर्जला व्रत आरंभ हो गया। व्रती महिलाओं ने बताया कि गुुरुवार को अस्ताचलगामी और शुक्रवार को उदयाचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य देंगी। इसके साथ ही छठ महापर्व का समापन करेंगी।

जिले के 76 स्थानों पर छठ पूजा, कंट्रोल रूम से निगरानी

पंचायती राज विभाग की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में 76 स्थानों पर छठ पूजा की व्यवस्था की गई है। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत अभियान चलाकर सफाई कराया। छठ पूजा स्थल को प्लास्टिक मुक्त घोषित किया है। पालिथीन के सेग्रीगेशन के लिए प्लास्टिक बैंक की स्थापना, विद्युत झालरों से सजावट, साउंड एवं टेंट की व्यवस्था की गई है। सफाई के लिए सुपरवाइजर की निगरानी में 655 सफाई कर्मियों को तैनात किया गया है। विकास खंड स्तर पर कंट्रोल रुम से निगरानी की जा रही है। गंगा के किनारे या गहरे जल स्रोतों से गोताखोरों को अवगत कराया गया है। डीपीआरओ संतोष श्रीवास्तव, एडीपीआरओ प्रेमदास एवं डीसी विनोद कुमार श्रीवास्तव, प्रशांत शुक्ला, सुनील कुमार उपाध्याय को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

   

सम्बंधित खबर