नेतृत्वकारी भूमिकाओं में महिलाओं की आवश्यकता समय की मांग—प्रो. ममता चौहान

अजमेर, 3 दिसम्बर(हि.स)। राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय के महिला प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन विमेन इन डिसीजन-मेकिंग एंड लीडरशिप: शैटरिंग स्टीरियोटाइप्स एंड क्रिएटिंग फ्यूचर्स का बुधवार को सफलतापूर्वक समापन हुआ।

समापन समारोह के दौरान मुख्य अतिथि आईआईएचआर विश्वविद्यालय की प्रो. ममता चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि - हमें नेतृत्वकारी भूमिकाओं में महिलाओं की आवश्यकता है। महिलाओं का योगदान न केवल संगठन को बल्कि समाज को भी सशक्त बनाता है। आज के दौर में, जब हर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है, तो महिलाओं को नेतृत्वकारी भूमिकाओं में शामिल करना न केवल समानता की दिशा में एक कदम है, बल्कि यह एक सशक्त समाज के लिए लाभदायक भी है। नेतृत्वकारी भूमिकाओं में महिलाओं की भागीदारी सिर्फ एक लक्ष्य नहीं, बल्कि समय की आवश्यकता है।

सम्मेलन के दूसरे दिन ओरल प्रेजेंटेशन सेशन में विभिन्न विषयों जैसे : फील्ड्स टू फिल्म ट्रेसिंग वुमन एंपावरमेंट थ्रू स्पोर्ट बायोपिक्स इन हिंदी सिनेमा, वूमन एंड ज्यूडसरी और जेंडर स्टीरियोटाइप्स इन लीडरशिप जैसे विषयों पर अलग – अलग सेसन्स मे चर्चाओं का आयोजन हुआ।

राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आनंद भालेराव ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम विश्विद्यालय में समय - समय पर आयोजित होते रहते हैं, जिससे शिक्षकों और विद्यार्थियों को इस प्रकार के कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करने का अवसर मिलता हैं। यह दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन हमें यह समझने का अवसर देता है कि निर्णय-निर्माण और नेतृत्व में महिलाओं को शामिल करना न केवल उनका अधिकार है, बल्कि समाज की उन्नति के लिए भी अनिवार्य है।

यह दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर ) के सहयोग से किया जा रहा है। सम्मेलन का उद्देश्य निर्णय-निर्माण और नेतृत्व में महिलाओं की भूमिका को प्रोत्साहित करना और उनके समक्ष आने वाली रूढ़ियों को तोड़ना था।

सत्रों के दौरान प्रतिभागियों ने अपने विचार प्रस्तुत किए और यह साझा किया कि महिलाओं का निर्णय-निर्माण और नेतृत्व में सक्रिय भागीदारी न केवल उनके व्यक्तिगत विकास को बल्कि सामाजिक प्रगति को भी प्रोत्साहित करती है। इस अवसर पर कुछ चयनित प्रस्तुतियों को पुरस्कृत भी किया गया।

सम्मेलन को सफल बनाने में आयोजक समिति मे संयोजक के रूप मे डॉ. प्रगति जैन और सह संयोजक के रूप मे डॉ. तुलसी गिरि गोस्वामी और आयोजन सचिव डॉ. गरिमा कौशिक का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

अंत मे आयोजन सचिव ने समापन समारोह में सभी प्रतिभागियों, अतिथियों और आयोजन टीम को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष

   

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