जनता की अदालत में केजरीवाल ने भाजपा सरकार पर जमकर साधा निशाना

नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (हि.स.)। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में रविवार को 'जनता की अदालत' में भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। केजरीवाल से पहले मुख्यमंत्री आतिशी, मनीष सिसोदिया, सौरभ भारद्वाज, गोपाल राय और संजय सिंह ने भी संबोधित किया।

केजरीवाल ने कहा कि वे सभी कार्यकर्ताओं से कहना चाहते हैं कि राजनीति में आने के बाद कभी भी अहंकार मत करना। केजरीवाल ने भाजपा नेता के ट्वीट को पढ़ा, उनकी भाषा शैली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि वे आम आदमी पार्टी के लोगों से कहना चाहते हैं कि हमें हर काम मंजूर है लेकिन किसी के साथ गाली गलौज करना नहीं पसंद है। हमेशा इमानदारी से चुनाव लड़कर हमने साबित किया है कि ईमानदारी से चुनाव लड़ा जा सकता है। यदि गोवा का चुनाव बेईमानी के पैसे से लड़ा होता तो आज यहां न खड़ा होता।

केजरीवाल ने कहा कि भाजपा कहती हैं कि केजरीवाल चोर है, वे पूछना चाहते हैं कि मुफ्त की रेवड़ी देने वाला चोर है या फिर रेवड़ी को अपने दोस्त को देने वाला चोर है। वे ईमानदार हैं इसलिए आज जनता के बीच सीना चौड़ा कर के खड़ा हैं। उन्होंने कभी अपने रिश्तेदार को टिकट नहीं दिया। अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री नहीं बनाया, पार्टी कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री बनाया। जेल में उनका इन्सुलिन बंद कर दिया गया। वे शुगर के पेशेंट हैं। वे उनसे पूछना चाहते हैं कि यदि 15 दिन उनका इंजेक्शन बंद कर दिया जाए तो क्या होगा। उनकी किडनी खराब हो सकती थी, मौत हो सकती थी। भाजपा क्या यही चाहती थी। गुजरात में अमित शाह 4 महीने जेल में थे। वे उनसे पूछना चाहते हैं कि क्या उनका भी इंसुलिन बंद कर दिया गया था। आज देश जानना चाहता है कि केजरीवाल का इंसुलिन क्यों बंद किया गया।

मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि 2015 में दिल्ली के लोगों ने प्रचंड बहुमत से केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाकर चमत्कार कर दिया। केजरीवाल ने 10 साल में एक-एक करके समस्याओं का समाधान करने का काम किया। केजरीवाल ने वह काम करके दिखाया जो सरकारें 75 साल में नहीं कर सकी। आतिशी ने कहा कि दिल्ली में भाजपा हमारे नेताओं को जेल में डालने का काम कर रही है। केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद कोई और नेता होता तो वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठ जाता, लेकिन उन्होंने कहा कि वह तभी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठेंगे जब उन्हें दिल्ली की जनता की अदालत अपना फैसला देगी।

मनीष सिसोदिया ने कहा कि 22 सितंबर के बाद आज फिर से जनता की अदालत में अपनी बात रखने का मौका मिला। जेल से बाहर आने के बाद वे भी उप मुख्यमंत्री बन सकता थे, शिक्षा मंत्री बन सकते थे लेकि ऐसा करना उचित नहीं समझा। अगर दिल्ली के लोगों को भरोसा है कि केजरीवाल मुख्यमंत्री और सिसोदिया ईमानदार है और वह अपना वोट देते हैं तभी शिक्षा मंत्री की कुर्सी पर बैठेंगे।

मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के लोग केजरीवाल से प्यार करते हैं। भजपा का कहना है कि न तो काम करूंगा न तो काम करने दिया इसीलिए सत्येंद्र जैन, सिसोदिया, संजय सिंह, केजरीवाल को जेल में डाल दिया लेकिन फिर भी यह लोग हमारी पार्टी को नहीं तोड़ पाए।

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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी

   

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