नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (हि.स.)। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री आवास खाली कर दिया। शुक्रवार को उन्होंने पूरे परिवार के साथ मुख्यमंत्री आवास से विदाई ली। मुख्यमंत्री आवास छोड़ केजरीवाल फिरोजशाह रोड पर स्थित सांसद आवास में शिफ्ट हुए हैं। यहां घर में प्रवेश करने से पहले अरविंद केजरीवाल ने पूजा की और नए घर में प्रवेश हुए।
इसी बीच आम आदमी पार्टी से सांसद स्वाति मालीवाल ने तंस कसते हुए ‘एक्स’ पर लिखा “एक थे मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम, जिन्होंने महल छोड़ वन में 14 साल गुजारे। नारी सम्मान के लिए रावण जैसे शक्तिशाली राक्षस से युद्ध किया। आज कल जो लोग अपनी तुलना प्रभु श्रीराम से करवाते हैं, महात्याग बता कर एक महल छोड़ दूसरे महल में रहने जाते हैं। माया के पीछे आदर्श भूल जाते हैं। नारी पर वार करने वाले को बचाते हैं, इसी में सुकून पाते हैं। हे राम।”
राजनीति में आने से पहले दिल्ली से सटे गाजियाबाद में अरविंद केजरीवाल परिवार के साथ रहते थे। जब वे पहली बार 2013 में दिल्ली के मुख्यमंत्री बने थे, तब आईटीओ के पास तिलक लेन के सरकारी फ्लैट में कुछ समय तक रहे। दोबारा वर्ष 2015 में जब पूर्ण बहुमत से आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तब से लेकर अभी तक अरविंद केजरीवाल सिविल लाइंस स्थित इसी सरकारी आवास में रह रहे थे।
शुरुआत में सबकुछ सामान्य रहा। इसी आवास के एक हिस्से में मुख्यमंत्री कार्यालय भी चल रहा था, लेकिन वर्ष 2020 में जब तीसरी बार केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने तब इस सरकारी आवास के सौंदर्यीकरण का फैसला लिया गया। उसके बाद से यह सरकारी आवास विवादों के चलते सुर्खियों में आ गया। विपक्ष ने इसे शीशमहल का नाम दिया। इसके सौंदर्यीकरण पर करोड़ों रुपये खर्च हुए और तब से केजरीवाल के करीबी नेताओं को ही इस आवास में एंट्री थी। बाहर से आए लोगों के लिए एक क्षेत्र विशेष तक ही सीमित रखा गया था।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी