उप्र में मानसून की वापसी में देरी का असर, अक्टूबर माह में सामान्य से अधिक रहा पारा
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- Nov 02, 2024
कानपुर, 02 नवम्बर (हि.स.)। नवम्बर माह की शुरुआत हो गई है, लेकिन अभी भी अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक चल रहे हैं। यह अलग बात है कि दो दिन से पछुआ हवाओं के चलने से रात के तापमान में गिरावट आई है। अक्टूबर माह की बात करें तो पूरे माह तापमान सामान्य से अधिक रहा। इसके पीछे कारण यह रहा कि मानसून की वापसी देरी से हुई है। मौसम विभाग का कहना है कि अब पछुआ हवाएं चलने लगी हैं जिससे मौसम में बदलाव आएगा।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने शनिवार को बताया कि नवम्बर माह की शुरुआत हो गई है, लेकिन कानपुर मण्डल, दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में सर्दी ने अभी तक दस्तक नहीं दी है। अभी तक उत्तर पूर्वी हवाओं के चलने से दिन और रात के तापमान लगातार सामान्य से अधिक रहे और पूरे अक्टूबर माह में तापमान सामान्य से अधिक रहा। बीते दो दिन से हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम हुई हैं जिससे रात के तापमान में गिरावट आ गई है। हालांकि खिलती धूप के चलते दिन के तापमान अभी भी सामान्य से अधिक चल रहा है। रात के तापमान में गिरावट होने से लोगों को अब अधिक पंखा की जरुरत नहीं पड़ रही है और खुले मैदानों में हल्की सर्दी महसूस होने लगी है। आगामी दिनों में अगर हवाओं की दिशाएं इसी तरह पछुआ चलती रहीं और पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय हो गये तो दिन व रात के तापमान गिरेंगे।
इन वजहों से हल्की सर्दी में हो रही देरी
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि आमतौर पर दीपावली के आसपास हल्की सर्दी पड़ने लगती है, लेकिन अबकी बार मानसून देरी से वापस हुआ। इसके साथ ही पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय नहीं हुआ और हवाओं की दिशाएं भी पछुआ नहीं हुई। वहीं बंगाल की खाड़ी में सक्रिय कम दबाव प्रणालियां भी सामान्य से अधिक तापमान होने में अहम भागीदारी निभाई।
कानपुर का वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत खराब
उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 35.8 और न्यूनतम तापमान 14.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 87 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 48 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 2.6 किमी प्रति घंटा रही।मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में आगामी पांच दिनों में आसमान साफ रहने के कारण बारिश की कोई संभावना नहीं है। इसके साथ ही कानपुर का वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत खराब से गंभीर श्रेणी में है।
हिन्दुस्थान समाचार / अजय सिंह