स्कीम्स की स्वायत्तता बहाल करना मेरी सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता -उमर अब्दुल्ला

श्रीनगर, 05 दिसंबर हि.स.। शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (स्कीम्स) के 42वें स्थापना दिवस पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता इसकी स्वायत्तता बहाल करना, कर्मचारियों की कमी को दूर करना और उपकरणों का आधुनिकीकरण करना है।

उमर अब्दुल्ला ने कहा स्कीम्स ने कठिनाइयों, वित्तीय बाधाओं, पुराने उपकरणों और कर्मचारियों की कमी के बावजूद, उम्मीदों से कहीं अधिक जम्मू-कश्मीर को बहुत कुछ दिया है।

उन्होंने जिला और उप-जिला अस्पतालों में अपर्याप्त बुनियादी ढाँचे के कारण भारी दबाव को संभालने के लिए स्कीम्स अधिकारियों की सराहना की जो नियमित चिकित्सा आवश्यकताओं वाले रोगियों को स्कीम्स में उपचार लेने के लिए प्रेरित करता है।

उन्होंने कहा कि स्कीम्स की स्वायत्तता जो कभी इसके कुशल कामकाज की पहचान थी, खत्म हो गई है जिससे इसकी इंजीनियरिंग और रखरखाव क्षमताएँ प्रभावित हुई हैं।

बिजली की कटौती, ऑक्सीजन प्लांट की विफलता और बोझिल खरीद प्रक्रियाओं जैसी गंभीर चुनौतियों का हवाला देते हुए उन्होंने संस्थान की परिचालन स्वतंत्रता को बहाल करने के लिए तत्काल कार्रवाई का आह्वान किया।

मुख्यमंत्री ने लंबे समय तक भर्ती में देरी पर भी चिंता जताई, खासकर नर्सिंग में, जहाँ एक नर्स को कथित तौर पर रात में 30 बिस्तरों का प्रबंधन करने का काम सौंपा जाता है।

उमर ने कहा कि शेख मोहम्मद अब्दुल्ला ने इस क्षेत्र में उन्नत चिकित्सा सेवा प्रदान करने के लिए स्कीम्स की परिकल्पना की थी जिससे मरीजों को जम्मू-कश्मीर के बाहर इलाज कराने की आवश्यकता कम हो जाएगी।

उन्होंने नई तकनीकें शुरू करके, उपकरणों को उन्नत करके और इसके परिचालन संबंधी बोझ को कम करके स्कीम्स का समर्थन करने के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।

उमर ने कहा कि स्कीम्स जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए आशा की किरण है। मेरी सरकार इसके साथ खड़ी रहेगी ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह आगे बढ़े, फले-फूले और लोगों को उत्कृष्टता के साथ सेवा प्रदान करता रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / राधा पंडिता

   

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