अधिक्ताओं ने गाजियाबाद जिला जज का फूंका पुतला, काली पट्टी बांधकर किया कार्य

— जिला जज की बर्खास्तगी की उठी मांग, घायलों को मिले मुआवजा

कानपुर, 04 नवम्बर (हि.स.)। गाजियाबाद में अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज और मुकदमा लिखे जाने से नाराज कानपुर के अधिवक्ताओं ने सोमवार को विरोध जताया। जिला जज गाजियाबाद का पुतला फूंककर उनकी बर्खास्तगी की मांग की गई। इसके साथ ही घायल अधिवक्ताओं को दो—दो लाख रुपये इलाज के लिए मुआवजे की भी मांग हुई। कील साेमवार काे न्यायिक कार्य से विरत तो नहीं रहे, लेकिन विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधकर उन्हाेंने ​कार्य किया।

गाजियाबाद जिला जज द्वारा पुलिस से अधिवक्ताओं की पिटाई को लेकर सोमवार को कानपुर के अधिवक्ताओं ने विरोध दर्ज कराया और नारेबाजी के साथ जिला जज का पुतला फूंका। हालांकि अन्य शहरों की भांति यहां पर अधिवक्ता हड़ताल पर नहीं रहे और काली पट्टी बांधकर न्यायिक कार्य करते रहे। अधिवक्ताओं ने गाजियाबाद में अधिवक्ताओं पर हुए अत्याचार के विरुद्ध आरोपित जज एवं पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग करते रहे। बार एसोसिएशन के महामंत्री अमित सिंह ने कहा कि अधिवक्ताओं ने सदैव न्याय की लड़ाई लड़ी है। लेकिन गाजियाबाद के जिला जज ने पद का ऐसा दुरुपयोग किया कि पुलिस बुलाकर अधिवक्ताओं की ही पिटाई करवा दी, जो सरासर गलत है। अधिवक्ताओं के हित में कानपुर बार एसोसिएशन पूर्णतया समर्थन करता है अभी काली पट्टी बांधकर विरोध जताया गया है और आगे भी विरोध जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि गाजियाबाद जिला जज को बर्खास्त किया जाये और अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई हो। इसके साथ ही अधिवक्ताओं के खिलाफ लिखे गये मुकदमें वापस हों और घायल अधिवक्ताओं को इलाज के लिए दो—दो लाख रुपए दिये जायें। लायर्स एसोसिएशन के महामंत्री रविन्द्र शर्मा ने कहा कि गाजियाबाद जिला जज ने न्यायपालिका का अपमान किया है और हम लोग अधिवक्ताओं के हित में लड़ाई जारी रखेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / अजय सिंह

   

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