शहर की सफाई और प्रकाश व्यवस्था को लेकर डीएम ने की समीक्षा बैठककूड़ा प्रबंधन में लापरवाह कंपनियों पर जुर्माना लगाने का दिया आदेश
देहरादून, 26 नवंबर (हि.स.)। जिलाधिकारी और नगर निगम प्रशासक सविन बंसल की अध्यक्षता में मंगलवार को नगर निगम कार्यालय सभागार में शहर की सफाई और प्रकाश व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने कूड़ा प्रबंधन में लापरवाही करने वाली कंपनियों को सख्त चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि सफाई व्यवस्था-कूड़ा उठान को केवल बिजनेस न समझें। यह लोगों के स्वास्थ्य और जीवन से जुड़ा गंभीर विषय है।जिलाधिकारी बंसल ने कंपनियों को अनुबंध की शर्तों के अनुसार अपने संसाधन बढ़ाने या मौजूदा संसाधनों से दोहरी ड्यूटी करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि 15 दिन के भीतर सुधार न होने पर 53 वार्डों के लिए नई टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। सफाई कंपनियों के भुगतान बढ़ाने के अनुरोध पर जिलाधिकारी ने नगर निगम अधिकारियों को विधिक रूप से प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि कंपनियों को अनुबंध के अनुसार ही कार्य करना होगा और किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शीशमबाड़ा प्लांट में कूड़े के निस्तारण में लापरवाही पर जिलाधिकारी ने निकोल और एनवायरनमेंटल टेक्नो कंपनियों को भारी आर्थिक दंड लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि कंपनियों के उच्च अधिकारी एक सप्ताह के भीतर पेश नहीं होते हैं तो टर्मिनेशन की कार्रवाई शुरू की जाएगी।बैठक में प्रकाश व्यवस्था की समीक्षा में अधिकारियों ने बताया कि एक अक्टूबर से अब तक 26,852 स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत की गई है। इसमें कंट्रोल रूम और सीएम हेल्पलाइन से प्राप्त 4,072 शिकायतों का समाधान भी शामिल है। जिलाधिकारी ने संबंधित कंपनियों को मरम्मत का बैकलॉग न रखने और समय सीमा के भीतर कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य नगर आयुक्त गौरव कुमार, अपर नगर आयुक्त बीर सिंह बुदियाल, उप नगर आयुक्त गोपाल राम बिनवाल, अधिशासी अभियंता रचना पायल और संबंधित कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल थे।
हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण