तीन घंटे चली ग्रेटर निगम की साधारण सभा, हंगामा, हाथापाई के बाद अनिश्चित काल के लिए स्थगित

जयपुर, 28 जनवरी (हि.स.)। राजधानी में विकास कार्यों को लेकर आयोजित नगर निगम ग्रेटर की साधारण सभा हंगामे की भेंट चढ़ गई। हालांकि साधारण सभा में कई बार मोदी के विकास सहित अन्य बातों को दोहराया गया, लेकिन हंगामें के बीच विकास के प्रस्तावों पर न तो चर्चा हो पाई और न ही पास हो पाए। नगर निगम ग्रेटर की साधारण सभा मंगलवार को दूसरे दिन हंगामे के कारण अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।

दरअसल कांग्रेस के पार्षद राजेश गुर्जर प्रस्ताव पर अपनी बात रख रही थीं। तभी भाजपा के पार्षद ने बीच में खड़े होकर कुछ ऐसी बात कही जिसको लेकर दोनों में एक दूसरे पर अमर्यादित भाषा का उपयोग करने का आरोप लगाया। इस दौरान दोनों के बीच जबरदस्त बहस हो गई। इसके बाद कांग्रेस और भाजपा पार्षद वेल में आकर हाथापाई करने लगे। मंगलवार को बैठक में आधे भी पार्षद नहीं पहुंचे। 150 के सदन में मेयर सहित 81 पार्षद मौजूद रहे। उप महापौर पुनीत कर्णावट के अलावा कई समितियों के चेयरमैन भी नहीं पहुंचे। कांग्रेस के 20 और भाजपा के 50 पार्षद सदन में पंहुचे हैं। साधारण सभा में 23 प्रस्ताव रखे गए थे, जिसमें सोमवार को दो और मंगलवार को एक पर ही बहस हो पाई। मंगलवार को दूसरे दिन साधारण सभा की बैठक सिर्फ तीन घंटे ही चली। हंगामा, हाथापाई और अमर्यादित भाषा के प्रयोग के साथ तीन बजे अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई।

बैठक में मुख्य एजेंडा वर्किंग कमेटियों को भंग करने से जुड़ा था। मेयर की तरफ से लाए गए इस प्रस्ताव का उद्देश्य सरकार और संगठन पर दबाव बनाना है। इस एजेंडे का भाजपा का एक धड़ा लगातार विरोध कर रहा है। संगठन तक भी अपनी बात पहुंचा चुका है। उसके बावजूद प्रेशर पॉलिटिक्स कर इस एजेंडे को बैठक में शामिल किया था। लेकिन इस पर चर्चा नहीं हो सकी। सोमवार की तरह ही मंगलवार को भी बैठक में तय समय 12:30 के बजाए आधा घंटे की देरी से शुरू हुई। मेयर के देरी से आने के अलावा पार्षदों की संख्या भी सदन में बहुत कम रही।

मंगलवार को भी कांग्रेस पार्षद निगम एकीकरण के विरोध स्वरूप हाथ पर काली पट्टी बांध कर साधारण सभा में पहुंचे। शुरूआत के कुछ समय बाद ही वार्ड 139 के पार्षद लक्ष्मण सिंह के कांग्रेस पर षडयंत्र के आरोप लगाने के साथ ही हंगामा शुरू हो गया। साधारण सभा में रखे जाने वाले सुझावों पर कार्रवाई अमल में नहीं लाने का भी मुद्दा उठाया गया। वार्ड 72 के पार्षद पारस शर्मा ने समिति चैयरमैनों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। इसके बाद निगम की साधारण सभा में हंगामा शुरू हो गया। भ्रष्टाचार को लेकर एक वीडियो भी होना बताया गया। हंगामे के दौरान यह वीडियो महापौर को भी दिखाया गया।

मैनें तो गाय पकड़वाई थी गौशाला पहुंचते-पहुंचते हो गई बछड़ी

वार्ड 65 का बीजेपी पार्षद अक्षत खुटेंटा ने कहा कि शहर में सड़कों पर घूमते गौवंश को पकड़ने में धांधली हो रही है। मैनें वार्ड से एक दिन गाय पकड़वाई थी। जब गौशाला जाकर रिकॉर्ड देखा तो वहां पर गाय के स्थान पर बछड़ी लाना बताया गया। निगम अधिकारी और महापौर ने कम्पनी के साथ मिलकर भ्रष्टाचार मचा रखा है। शहर में बंदर, आवारा कुत्ते और गौवंश पकड़ने के नाम पर जमकर लूट खसोट हो रही है।

निगम मुख्यालय में खुले आयुर्वेद औषधालय

वार्ड 76 के पार्षद शक्ति प्रकाश ने साधारण सभा में कहा कि विधानसभा , सचिवालय सहित अन्य सरकार संस्थानों की तरह निगम मुख्यालय में भी आयुर्वेद औषधालय खोला जाना चाहिए। इससे आमजन के साथ पार्षद भी आयुर्वेद दवाओं का लाभ ले सकेंगे। आयुर्वेद उपचार को इससे बढ़ावा भी मिलेगा। इसके अलावा एक अन्य पार्षद ने कहा कि जयपुर में फायर प्रशिक्षण केंद्र नहीं है। ऐसे में फायरकर्मियों को प्रशिक्षण के लिए दूसरे जिलों में जाना पड़ता है। ऐसे में निगम परिधि में फायर प्रशिक्षण केंद्र खोला जाना चाहिए।

बैठक से इन समिति चेयरमैनों ने बनाई दूरी

नगर निगम ग्रेटर की साधारण सभा के दूसरे दिन डिप्टी मेयर पुनीत कर्णावट, चेयरमैन सुखप्रीत बंसल, रश्मि सैनी, राखी राठौड़, विनोद चौधरी, चेयरमैन शील धाभाई, मीनाक्षी शर्मा, दुर्गेश नंदनी, चेयरमैन अरुण शर्मा,अरुण वर्मा,अभय पुरोहित, जितेंद्र श्रीमाली सदन में नही पंहुचे। इधर चेयरमैन भारती लख्यानी भी सदन छोड़कर चली गयीं।

सफाई कर्मचारियों के हमले के बाद स्थगित कर दी थी साधारण सभा

इससे पहले 27 जनवरी को साधारण सभा के दौरान जयपुर ग्रेटर नगर निगम के बाहर जबरदस्त हंगामा हो गया था। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठे सफाई कर्मचारियों ने तोड़फोड़ कर दी थी। गेट पर कचरा और कीचड़ डाल दिया था। पुलिस फोर्स ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा था। इसके बाद साधारण सभा को स्थगित कर दिया गया था। प्रदर्शन व तोड़फोड़ के मामले में पुलिस ने 4-5 कर्मचारी नेताओं को अरेस्ट कर लिया।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा निगम में पर्ची की सरकार

नेता प्रतिपक्ष राजीव चौधरी साधारण सभा के खत्म होने के बाद महापाैर को कहा कि राज्य सरकार की तरह ही निगम में ही पर्ची की सरकार चल रही है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि भाजपा का बोर्ड शहर के विकास में बाधक बना हुआ है। नगर निगम भ्रष्टाचार के दल दल में फंसा हुआ है। यहीं वजह है कि यहां पर कांग्रेस के पार्षदों की सुनवाई नहीं हो रही है और न ही उन्हें विकास के लिए पूरा बजट दिया जा रहा है। निगम में भाजपा के सारे पार्षद भ्रष्टाचारी है। सभी की मिलीभगत से लूट खसोट चल रही है। साधारण सभा के खत्म होने के बाद महापौर मुर्दाबाद के नारे लगाए गए।

---------------

   

सम्बंधित खबर