गोविंद देवजी मंदिर परिसर में रोपा होली का डांडा

जयपुर, 12 फ़रवरी (हि.स.)। माघ पूर्णिमा के साथ बुधवार को रंगों के त्योहार होली का श्रीगणेश आराध्य गोविंददेवजी मंदिर में होली का डांडा पूजन के साथ हुआ। वेद मंत्रोच्चार के साथ गोविंददेवजी मंदिर के महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में मंदिर के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी, शुक संप्रदायाचार्य अलबेली माधुरी शरण, श्री सरस परिकर के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया सहित कई मंदिरों के संत-महंतों ने प्रथम पूज्य गणपति और भक्त प्रहलाद का पूजन किया। इसके बाद होली के डांडे का पूजन किया गया।

श्री गौड़ विप्र लोकगीत मंडल के कलाकारों ने चंग-ढप पर होली के गीत गाकर माहौल को फाल्गुनी बना दिया। गोविंद देव मंदिर की ओर से सभी संतों-महंतों का दुपट्टा पहनाकर सम्मान किया गया। उल्लेखनीय है कि तीन साल पूर्व तक खजाने वालों के रास्ते बद्रीनाथ जी के चौक में पच्चीस वर्षों से होली का डांडा पूजन किया जाता था। बाजारों में अत्यधिक भीड़ होने और यातायात का भारी दबाव होने की वजह से तीन साल से गोविंद देव जी मन्दिर के बाहर होली का डांडा पूजन किया जाता है। होली से ठीक एक माह पूर्व होली का डांडा रोपने की परपंरा है। इसके साथ मान्यता यह भी है कि डांडा रूपते ही सारे मांगलिक कार्य भी रुक जाते हैं। होली उत्सव की शुरुआत के साथ ही मंदिरों में फाग शुरू हो जाते हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

   

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