किसानों के कार्यों को अधिकारी प्राथमिकता और गंभीरता से लें : कृषि मंत्री

देहरादून, 1 अक्टूबर (हि.स.)। राज्य के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने विभागीय अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए किसानों के हित के कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को कैंप कार्यालय में विभागीय मंत्री गणेश जोशी ने कृषि एवं उद्यान विभाग की समीक्षा बैठक की। इस दौरान मंत्री ने सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही करने वाले अधिकारियों की जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के भी सचिव कृषि को निर्देश दिए। इस दौरान विभागीय मंत्री ने अधिकारियों से कृषि एवं उद्यान विभाग की ओर से संचालित केन्द्र व राज्य पोषित योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को योजना के क्रियान्वयन के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि शीघ्रता के साथ सेब काश्तकारों को यूनिवर्सल कार्टन उपलब्ध किया जाए ताकि किसानों को नुकसान न हो। उन्होंने जैविक और प्राकृतिक खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने के साथ ही नवाचारों को कृषकों तक पहुंचाया जाए। मंत्री ने अधिकारियों से क्लस्टर आधारित जैविक खेती को बढ़ावा देने को कहा। उन्होंने अधिकारियों को केन्द्र पोषित योजनाओं के बजट को समय पर खर्च करने और क्लस्टर आधारित खेती के पेंडिंग और नई मांगों से संबंधित प्रपोजल को भारत सरकार को भेजने की कार्यवाही को जल्द से जल्द से किया जाए। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि हर्षिल के सेब की अपनी एक महत्ता है। पूर्व में मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली कि किसानों काे सेब की पेटी दी जा रही है, उसका दाम भी अधिक हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को सुनिश्चित किया गया है, कि किसानों को यूनिवर्सल कार्टन उपलब्ध किया जाए ताकि किसानों को नुकसान न हो।इस अवसर पर सचिव कृषि एसएन पांडे, अपर सचिव कृषि आनंद स्वरूप, कृषि महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान, निदेशक कृषि केसी पाठक, संयुक्त निदेशक उद्यान रतन कुमार सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार

   

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