गुजरात के कंडील व जयपुरी बंदनवार के साथ बनारस के फूलों की लहड़ी ग्राहकों की पहली पसंद
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- Oct 29, 2024
मुरादाबाद, 29 अक्टूबर (हि.स.)। इस दीपावली पर जयपुरी बंदनवार, बनारस की फूलों की लहड़ी, गुजरात की सूती कपड़े वाले व शीशे वाले कंडील और दिल्ली के रेनबो, छोटे मोर, स्टार व डॉट वाली कंडील ग्राहकों को सबसे ज्यादा पसंद आ रही है। इस बार बाजार में चाइनीज कंडील, फूल, लाईटें आदि बिल्कुल गायब हैं और स्वदेशी सामान सबको अच्छा लग रहा है।
गुप्ता गोटा स्टोर के संचालक विपिन गुप्ता ने मंगलवार को बताया कि पहले के मुकाबले चाइनीज कंडील का क्रेज कम हो गया है। उन्होंने बताया कि 2014 के बाद से देश में निर्मित कपड़े की कंडीलों की मांग सबसे ज्यादा बढ़ी है। तब से उन्होंने चाइनीज कंडील लाना बंद कर दिया है। इसके बाद से वह भी देसी कंडील को बढ़ावा दे रहे हैं। गुजरात की सूती कपड़े वाले व शीशे वाले कंडील बहुत अधिक बिक रहे हैं। इसके अलावा हर बार की तरह राजस्थान की जयपुरी बंदनवार, बनारस के फूलों की लहड़ी सबसे ज्यादा ग्राहकों को अधिक पसंद आ रही है। उन्होंने बताया कि बंदनवार 10 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक, कंडील 60 रुपये से लेकर 400 रुपये तक, फूल माला 20 रुपये से लेकर 200 रुपये तक, फूलों की लहड़ियां 10 रुपये से लेकर 100 रुपये तक, रंगोली 5 रुपये से लेकर 100 रुपये तक, दीपक 10 रुपये से लेकर 50 रुपये तक, चरण पादुका का पत्ता 5 रुपये शामिल हैं।
एमडीए के साईं गोटा ट्रेडर्स ने बताया कि इस दीपावली पर गुजरात और तमिलनाडु की कंडील की डिमांड सबसे ज्यादा है। उनके पास 100 रुपये से लेकर 400 रुपये में कंडील उपलब्ध है। इसमें सूती कपड़े की कंडील में मंदिर के डिजाइन वाली 180, रेनबो की कंडील 140, छोटे मोर की कंडील 250, स्टार की कंडील 300, डॉट वाली कंडील 350, बडे़ मोर की कंडील 390, शीशे लगी कंडील 350 रुपये में उपलब्ध है। इसके अलावा अन्य प्रकार की कपड़ों की रंग बिरंगी कंडील भी कम दामों पर उपलब्ध है। इस बार बाजार में चाइनीज कंडील, फूल, लाईटें आदि बिल्कुल गायब है।
ग्राहकों को स्वेदशी माल आ रहा है ज्यादा पंसद
ग्राहक राजीव पाठक ने बताया कि वह हर साल दीपावली पर चाइनीज कंडील खरीदता था। इस बार उसे सूती कपड़े वाली कंडील मजबूत और अच्छी लगी तो उसने घर में सजावट के लिए कुछ कंडील खरीदी है। ग्राहक संदीप रस्तोगी का कहना है कि इस बार गुजरात की बडे़ मोर वाली कंडील सबसे ज्यादा पसंद आई है। इससे पहले भी उसने दो तीन बार कंडील की खरीदारी की है लेकिन कपड़ें वाली कंडील पहली बार खरीदी है।
हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जयसवाल