प्रयागराज कुभ में तीन नवम्बर को जूना अखाड़ा करेगा नगर प्रवेश व भूमि पूजन: नारायण गिरि 

हरिद्वार, 28 अक्टूबर (हि.स.)। प्रयागराज में होने वाले कुंभ महापर्व के लिए श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े का नगर प्रवेश व भूमि पूजन तीन नवंबर को होगा। उस दिन देश-विदेश से संत प्रयागराज में नगर प्रवेश करेंगे।

श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि कुंभ महापर्व के दौरान किसी प्रकार का कोई विघ्न ना आए और किसी को कोई परेशानी ना हो, इसके लिए उस दिन जूना अखाड़े द्वारा शनिदेव, यमुना व धर्मराज का पूजन किया जाएगा।

श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि 10 नवंबर को प्राचीन सिद्धबाबा मौज गिरि मंदिर द्वारा प्रत्येक वर्ष देवोत्थान एकादशी की पूर्व संध्या पर आयोजित किए जाने वाले श्री कालिंदी महोत्सव, दीपदान महायज्ञ, सांस्कृतिक कार्यक्रम व विशाल भंडारे का आयोजन होगा।

उन्हाेंने बताया कि 23 नवंबर को धर्म ध्वजा पूजन, संगम पर कुंभ छावनी में शासन द्वारा आवंटित भूमि का पूजन, गंगा द्वारा आवंटित भूमि का पूजन, गंगा, यमुना व सरस्वती समेत सभी देवी-देवताओं का पूजन किया जाएगा। 14 दिसंबर को समूह के द्वारा पेशवाई व संगम प्रवेश होगा। निवास, संगम स्नान, खिचड़ी प्रसाद, भोजन आदि की व्यवस्था भी रहेगी।

उन्हाेंने बताया कि 13 जनवरी को लोहड़ी पर्व मनाया जाएगा। साथ ही आदि नारायण वेणी माधव स्वरूप का षोडशोपचार पूजन किया जाएगा। भोग भंडारे के बाद नगर परिक्रमा व प्रयागराज परिक्रमा होगी और उसके बाद विदाई समारोह के बाद समापन होगा।

श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि प्रयागराज के कुंभ महापर्व में 14 जनवरी को मकर सक्रांति का पहला शाही स्नान होगा। द्वितीय शाही स्नान 29 जनवरी को मौनी अमावस्या को व तृतीय शाही स्नान सोमवार तीन फरवरी को बसंत पंचमी का होगा। चार पर्व स्नान होंगे। इनमें पहला पर्व स्नान पाैष एकादशी को 10 जनवरी, दूसरा पर्व स्नान माघी एकादशी आठ फरवरी, तीसरा पर्व स्नान माघी पूर्णिमा 12 फरवरी व चौथा पर्व स्नान महाशिवरात्रि 26 फरवरी को होगा। बताया कि सभी संत चार फरवरी को काशी पहुंच जाएंगे और होली पर्व तक वहीं पर प्रवास करेंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

   

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