उत्तराखंड में लैंड जिहाद, अवैध मजारों को ध्वस्त करने के अभियान काे विहिप का समर्थन

हरिद्वार, 8 मार्च (हि.स.)। विश्व हिन्दू परिषद उत्तराखण्ड के निर्देश पर शनिवार को सभी जिला केंद्रों पर कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारियों के माध्यम से ज्ञापन देकर निजी, सरकारी संपत्तियों पर अतिक्रमण कर बनाई गई अवैध मजहबी संरचनाओं को हटाने के उत्तराखण्ड सरकार के अभियान का समर्थन किया है।

विश्व हिन्दू परिषद वबजरंग दलके कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट कुसुम चौहान को सौंपा। प्रेषित ज्ञापन में कहा है कि देवभूमि उत्तराखंड एक सीमावर्ती राज्य है।राज्य में पिछले कुछ सालों सेसरकारी एवं संवेदनशील स्थानों पर अवैध मजारें बनाने और फिर उन्हें वक्फ बोर्ड में पंजीकृत कराने का सुनियोजित षडयंत्र हो रहा है। इसी के चलते यहां पांच हजार से अधिक की संख्या में मजार, मस्जिद, मदरसे, कब्रिस्तान स्थापित हो गए हैं। इनके माध्यम से बाहरी मुसलमानों की घुसपैठ भी राज्य में बढ़ी है। सन 2011 के जनसंख्या आंकड़ों के अनुसार तब उत्तराखंड राज्य में मुस्लिम आबादी 14 प्रतिशत के आसपास थी, जो वर्तमान समय में देहरादून, उद्यमसिंहनगर, हरिद्वार, नैनीताल आदि जिलों में बढ़कर 30 प्रतिशत से भी ऊपर जा चुकी है। जिसे देवभूमि उत्तराखण्ड की डेमोग्राफी के लिए एक बड़े चैलेंज के रूप में देखा जाना चाहिए।

उत्तराखण्ड के तराई और भाबर क्षेत्र के जंगलों में पिछले 15-20 वर्षों में अवैध मजारों की संख्या तेजी से बढ़ी हैं। उत्तराखण्ड राज्य के वन क्षेत्रों में लगभग 400 मजहबी संरचनाओं का विषय संज्ञान में आया है। जिम कार्बेट पार्क एवं राजाजी टाइगर रिजर्व में लगभग 40 मजारें अस्तित्व में होने की रिपोर्ट सामने आई हैं।कोटद्वार आर्मी एरिया के साथ देहरादून के कैंट एरिया परिसर में भी मजार है। कालसी क्षेत्र के आर्मी एरिया के पास कब्रिस्तान बना दिए जाने के समाचार सामने आए हैं। रक्षा संपदा विभाग की भूमि पर भी अवैध मजारें चिन्हितहुई है।ऐसा प्रतीत होता हैं कि इस्लामिक जेहाद के पैटर्न में उत्तराखंड राज्य में मदरसे, मजार, मस्जिदों का बेरोकटोक निर्माण हो रहा है।

उत्तराखण्ड में लैंड जिहादबर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विश्व हिन्दू परिषद उत्तराखण्ड, प्रदेश की ऐतिहासिक विरासत, धार्मिक एवं सांस्कृतिक के स्वरूप बिगड़ने नहीं देगी। उत्तराखण्ड मठ-मंदिरों, ऋषि-मुनियों की भूमि है, हम इसे मजारों का प्रदेश नहीं बनने देंगे। देवभूमि उत्तराखण्ड की डेमोग्राफी को बदलने का यह एक सुनियोजित षडयंत्र है। विश्व हिन्दू परिषद उत्तराखण्ड राज्य मेंइन अवैध मजहबी संरचनाओं को हटाने के सरकार के अभियान का पुरजोर समर्थन करती हैं। उत्तराखण्ड सरकार को बिना किसी दबाव के इस दिशा में कार्य करते रहना चाहिए चाहिए। इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष बलराम कपूर, जिला संयोजक बजरंग दल अमित मुल्तानिया, प्रांत बलोंपासना प्रमुख सौरभ चौहान, नवीन तेश्वर, जिला सहमंत्री दीपक तालियान, अंकित यादव, हिमांशु सैनी, गोपाल भारद्वाज, साजन बजरंगी, केशव गायकवाड आदि कार्यकर्ता प्रमुख रुप से उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

   

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