बागवानी मंत्री ने किया एचपीएमसी के फल विधायन केंद्र जड़ोल में 7.51 करोड़ रुपए से निर्मित वाईन यूनिट का उदघाटन

मंडी, 23 अक्टूबर (हि.स.)। राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास और जन शिकायत निवारण मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि हिमाचल की जनता के सहयोग से प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। जगत सिंह नेगी ने विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित हिमाचल प्रदेश बागवानी विकास परियोजना के अंतर्गत एचपीएमसी के फल विधायन केंद्र जड़ोल में 7.51 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित 75.000 लीटर प्रतिवर्ष क्षमता के वाईन यूनिट का उदघाटन करने के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि जड़ोल में 1970 में बनाया गया एचपीएमसी का यूनिट काफी पुराना हो चुका है। इसमें जो भी सुधार करने की जरूरत होगी, वह अवश्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में आई बागवानी विकास परियोजना के अंतर्गत प्रदेश में जगह-जगह सब्जी मंडियां, सीए स्टोर इत्यादि बनाए गए हैं।

उन्होंने कहा कि बागवानी विकास के लिए हिमाचल प्रदेश के सात जिलों में एचपी शिवा परियोजना क्रियान्वित की जा रही है। एशियन विकास बैंक द्वारा वित्तपोषित इस परियोजना पर 1200 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। परियोजना के तहत मंडी जिला में 1100 हैक्टेयर भूमि पर 84 क्लस्टर बनाए जाएंगे। परियोजना के अन्र्तगत यहां 200 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अभी तक 8 क्लस्टरों का निर्माण किया जा चुका है।

केंद्र सरकार लगातार फैला रही झूठ:

उन्होंने कहा कि उपलब्धियों के नाम पर केंद्र सरकार द्वारा लगातार झूठ फैलाया जा रहा है। भाजपा के 10 साल के शासन में देश काफी पिछड़ गया है। भुखमरी में पाकिस्तानए नेपाल और बंग्लादेश से पीछे हैं। 80 करोड़ लोग मुफ्त राशन लेने पर मजबूर हैं।

जगत सिंह नेगी ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा केन्द्र सरकार में मंत्री हैं और यह हिमाचल के लिए गर्व की बात है। लेकिन जब वह हिमाचल आते हैं तो उनका मूड ही बदल जाता है। शायद वह चाहते हैं कि हिमाचल में विकास न हो। कहते हैं कि केंद्र मदद न करे तो हिमाचल की सरकार गिर जाएगी। उनसे उन्हें यह उम्मीद नहीं थी। हिमाचल भी बाकी प्रदेशों की तरह भारत का अभिन्न अंग है।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा

   

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