हिमाचल बनेगा आईटी हब, आईटी और ड्रोन टैक्नॉलाजी में नई उड़ान

शिमला, 11 मई (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा कई महत्वपूर्ण व दूरदर्शी पहले की जा रही हैं। खासतौर पर आईटी और ड्रोन टैक्नॉलाजी में प्रदेश ने नई उड़ान भरी है। एक सरकारी प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश को देश का आईटी हब बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य युवाओं को तकनीकी रूप से दक्ष बनाकर उन्हें स्वरोजगार व रोजगार के अवसर प्रदान करना है। राज्य में ड्रोन तकनीक को बढ़ावा देते हुए कृषि, आपदा प्रबंधन और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में इसके प्रयोग को प्रोत्साहित किया जा रहा है। ग्रीन हिमाचल विजन को साकार करने की दिशा में भी ड्रोन टेक्नोलॉजी को एक मजबूत उपकरण के रूप में देखा जा रहा है।

प्रवक्ता ने कहा कि सरकार इस वित्त वर्ष में ड्रोन टैक्सी सेवा शुरू करने की योजना पर काम कर रही है, जिससे दूरदराज क्षेत्रों में कृषि उत्पाद और दवाइयों की आपूर्ति सुलभ हो सकेगी। इसके साथ ही हमीरपुर, मंडी और कांगड़ा जिलों में ड्रोन स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं। वर्ष 2024-25 में 243 युवाओं को ड्रोन तकनीक का प्रशिक्षण भी दिया गया है।

उन्होंने कहा कि आईटी और उन्नत तकनीक के क्षेत्र में युवाओं को दक्ष बनाने के लिए राज्य में नए पाठ्यक्रमों की शुरुआत की जा रही है। कांगड़ा के नगरोटा बगवां में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा साइंस का नया इंजीनियरिंग कॉलेज, शिमला के प्रगति नगर में सिविल इंजीनियरिंग डिग्री कोर्स और मंडी के सुंदरनगर में एआई व मशीन लर्निंग आधारित डिप्लोमा कोर्स आरंभ किए जा रहे हैं। इन संस्थानों में प्रशिक्षित स्टाफ की भी व्यवस्था की जाएगी।

प्रवक्ता के अनुसार राज्य में नवाचार संस्कृति को सशक्त करने के लिए दो करोड़ रुपये का इनोवेशन फंड स्थापित किया जाएगा। साथ ही बिलासपुर के घुमारवीं में पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत डिजिटल यूनिवर्सिटी ऑफ इनोवेशन, एंटरप्रेन्योरशिप, स्किल एंड वोकेशनल स्टडीज की स्थापना की जाएगी।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा

   

सम्बंधित खबर