पहली बार प्रदेश में वक्फ बोर्ड संपत्तियों के सर्वे के लिए कर रहा नई कवायद

जयपुर, 16 फ़रवरी (हि.स.)। नगर निकाय संस्थाओं की तर्ज पर अपनी सम्पत्तियों का पता लगाकर उन्हें अतिक्रमण मुक्त करने की कवायद में वक्फ बोर्ड जुट गया है। बेशकीमती जमीनों के लिए राजस्थान बोर्ड आफ मुस्लिम वक्फ्स अपने सीधे अधीन वाली संपत्तियों का सर्वे करवाने के लिए यह नई कवायद करने जा रहा है। लगातार वक्फ बोर्ड को सम्पत्तियों पर अतिक्रमण की शिकायतें मिल रही है। इसी को ध्यान में रखकर यह फैसला किया गया।

बोर्ड की तरफ से अतिक्रमण को ध्वस्त करने के साथ ही कई नोटिस भी जारी किए गए हैं, लेकिन अब संपत्तियों का राजस्व रिकॉर्ड में नाम दर्ज करने के लिए जिलों के अनुसार शिविर लगाए जाएंगे। ताकि जयपुर विकास प्राधिकरण और नगर निगम की तर्ज पर सीधी संपत्ति पर अतिक्रमण और अन्य जानकारी जुटाई जा सके। बोर्ड अध्यक्ष खानू खान बुधवाली के मुताबिक पहले चरण में बोर्ड झुंझुनूं में दो-तीन दिन का कैंप लगाकर अधिकारियों को साथ लेकर इन जमीनों को चिह्नित करने की शुरूआत कर चुका है।

बुधवाली ने कहा कि बार-बार कहने के बावजूद लगातार अतिक्रमी आगे बढ़ रहे हैं। हाल ही में कई दरगाह में जमीनों में भूमाफियाओं ने प्लॉटिंग तक कर डाली है। इस बार किसी को बख्शा नहीं जाएगा। इसके लिए यह कदम उठाया जा रहा है। संबंधित निकायों से मदद ली जाएगी। अप्रेल के पहले सप्ताह से यह कवायद शुरू होगी। शासकीय राजपत्र 1989, औकाफ की पंजी, एवं राज्य गठन पश्चात वाकिफ द्वारा वक्फ की गई संपत्तियों को शामिल किया जाएगा। इससे सभी जिलों के गांवों, कस्बों में स्थित वक्फ संपत्ति का चिह्नांकन संभव होगा तथा इन संपत्तियों को राजस्व रिकॉर्ड में शामिल किया जा सकेगा। इससे वक्फ की संपत्ति विलुप्त होने से बचेगी।

नोडल अधिकारी होंगे नियुक्त

प्रदेशभर में वक्फ बोर्ड की संपत्तियों के सर्वेक्षण कार्य में प्रत्येक जिले के जिला प्रशासन के उच्चाधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। सभी जिलों के नोडल अधिकारी अपनी देखरेख में वक्फ बोर्ड की संपत्ति का निरीक्षण करवाएंगे। वक्फ बोर्ड की ओर से प्रदेशभर की मस्जिदों के मुतवल्लियों, दरगाह, कब्रिस्तान के जिम्मेदारों और मुस्लिम समाज के लोगों से अपील की है कि वे इस सर्वे कार्य में सहयोग देकर सही जानकारी उपलब्ध करवाएं।

उल्लेखनीय है कि प्रदेश के 26 जिलों में वक्फ के पास बेशकीमती जमीने हैं । इन जिलों में बोर्ड के पास 19 हजार से अधिक संपत्ति दर्ज हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश/संदीप

   

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