अपडेट: मृतक के परिजनों से मिले राज्यमंत्री बंधाया ढ़ांढस, एक बेटे को नौकरी देने की कहीं बात

कलेक्टर ने दिये न्यायिक जांच के आदेश, कल बांधवगढ़ की रेस्क्यू टीम हाथी को ले जायेगी

अनूपपुर, 23 फ़रवरी (हि.स.)। जिले के जैतहरी वन परिक्षेत्र के गोबरी के जंगल में हाथी ने 50 वर्षीय ग्रामीण को कुचल दिया था। जिसकी मौत से नाराज ग्रामीणों एवं परिजनों ने वन विभाग की टीम पर हमला कर दिया जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। पुलिस ने आत्मरक्षा में ग्रामीणों पर फायरिंग कर दी, जिसमें दो लोगों को गोली लगी है, स्थिति नियंत्रण में बताई जा रहीं है। गोली चालन को लेकर कलेक्टर ने न्यायिक जांच के आदेश दिये हैं। संयुक्त कलेक्टर दिलीप पांडेय कर एक सप्ताह में जांच कर रिर्पोट सौपेगें। शुक्रवार की दोपहर मृतक ज्ञानचंद गौड़ का अंतिम संस्कार कर दिया गया, इस दौरान प्रदेश के कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शहडोल डीसी सागर, कलेक्टर आशीष वशिष्ठ, पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पवार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार सिंह सहित वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी शामिल रहे।

शुक्रवार को कांग्रेस जिला अध्यक्ष रमेंश सिंह, जनपद पंचायत जैतहरी अध्यक्ष राजीव सिंह मृतक के घर पहुंचे और प्रशासन से नियमानुसार मुआवजा राशि दिए जाने, गोली चलाने वाले पुलिसकर्मी के विरुद्ध प्रकरण दर्ज करने, मृतक के एक आश्रित को नौकरी दिए जाने एवं एक वर्ष से अधिक समय से गोबरी, पगना, दुधमनिया, कांशा सहित अन्य ग्रामीण अंचलों के किसानों की फसलों तथा घरों को तोड़ने जैसे अन्य को नुकसान पर उचित मुआवजा दिए जाने के साथ, हाथी को रेस्क्यू करा कर अन्य स्थान पर ले जाए जाने के साथ अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर लिखित आवेदन कलेक्टर को सौपा।

कलेक्टर आशीष वशिष्ठ के साथ लिखित समझौते में परिवार के एक व्यक्ति को वन विभाग में भृत्यं की नौकरी देने में सहमति बनी। राज्यमंत्री दिलीप जायसवाल मृतक ज्ञान सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल होकर शोकग्रस्त परिजनों से मिले एवं उन्हें ढांढस बंधाया। उन्होंने गोली चलाये जाने की घटना की न्यायिक जांच हेतु आदेशित करने, प्रावधान अनुसार जनहानि प्रकरण के तहत 8 लाख की आर्थिक सहायता के साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की ओर से घटना पर दुख व्यक्त करने और दो लाख की सहायता राशि दिए जाने की बात कही।

राज्यमंत्री ने हाथी को बांधवगढ़ भेजने, प्रभावित परिवार के किसी एक सदस्य को शासकीय सेवा में रखने, हाथियों के समूह द्वारा अब तक किए गए विभिन्न तरह के नुकसान के आंकलन के लिए समिति गठित करने और शीघ्र मुआवजे के भुगतान का आश्वासन दिया।

इधर, पगना गांव पुलिस छावनी बन गया है। वहीं हाथी शुक्रवार की सुबह गोबरी गांव के ठाकुरबाबा के पास खेत में लगे गेहूं को खाता हुआ गोबरी बीट के जंगल में विश्राम करने चला गया। वन मंडलाधिकारी अनूपपुर श्रद्धा पन्र्दे ने ग्रामीणों को हाथी से दूर रहने, आज ही हाथी का रेस्क्यू कराए जाने के संबंध में जानकारी दी।

हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला

   

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