केन्द्रीय वित्त मंत्री से मिले सूरत के कपड़ा व्यापारी, एमएसएमई पर लगाई गुहार

-नवसारी के सांसद व प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल के नेतृत्व में दिल्ली गया था व्यापारियों का दल

सूरत, 09 फरवरी (हि.स.)। एमएमएमई के नए प्रावधानों और आयकर के नए कानून के उलझन में फंसे सूरत के कपड़ा व्यापारी शुक्रवार को केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मिले। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व नवसारी के सांसद सीआर पाटिल के नेतृत्व में कपड़ा व्यापारियों ने आयकर के नए कानून को लेकर अपनी व्यथा केन्द्रीय मंत्री के समक्ष रखी। सीतारमण ने सभी मुद्दों को ध्यान से सुना एवं इस सन्दर्भ में विचार-विमर्श कर व्यापारियों के हित में संभव प्रयास करने का आश्वाशन दिया।

सूरत के कपड़ा व्यापारियों ने माइक्रो स्मॉल और मीडियम इंटरप्राइजेज (एमएसएमई) व आयकर के नए कानून से हो रही कठिनाइयों और इसमें जरूरी सुधार को लेकर शुक्रवार को नई दिल्ली में केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के समक्ष अपना पक्ष रखा। प्रतिनिधिमंडल नवसारी सांसद सी.आर. पाटिल के नेतृत्व में केन्द्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण से मिला। इस प्रतिनिधिमंडल में साउथ गुजरात टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन (एसजीटीटीए), फेडरेशन ऑफ सूरत टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन (फोस्टा), अहमदाबाद मस्कती महाजन संगठन के प्रतिनिधि समेत सूरत के कॉर्पोरेटर दिनेश राजपुरोहित शामिल रहे। प्रतिनिधिमंडल ने एमएसएमई के 43(B) के नये नियम के सन्दर्भ में वित्त मंत्री के समक्ष अपनी मांग रखी।

फोस्टा अध्यक्ष कैलाश हाकिम ने वित्तमंत्री को अवगत कराया कि एमएसएमई का यह नया प्रावधान व्यापारियों के हित में है, परन्तु वर्तमान समय में सूरत के कपड़ा व्यापार का सिस्टम इस नियम के लिए तैयार नही है। इसमें कुछ सुधार की आवश्यकता है, साथ ही इस नियम को एक वर्ष के लिए स्थगित करने का निवेदन किया। प्रावधान में एमएसएमई के नियम में छोटे बड़े सभी घटकों का समावेश किये जाने की बात रखी। एमएसएमई में पेमेंट करने की जो समय अवधि दी गई उसे बढ़ाने के बात कही गई। प्रतिनिधिमंडल में एसजीटीटीए के अध्यक्ष सुनील जैन, सचिन अग्रवाल, सीए राजेश भाऊवाला समेत अन्य व्यापारी शामिल हुए।

हिन्दुस्थान समाचार/बिनोद/आकाश

   

सम्बंधित खबर