झाबुआ; बेदम होते भगोरिया हाट बाजारों में हुड़दंग का रहा बोलबाला

झाबुआ, 19 मार्च (हि.स.)। जिले में होली पर्व के पहले लगने वाले गुलालिया बनाम भगोरिया हाट बाजार अब बेदम होते दिखाई दे रहे हैं। मंगलवार को जिले के ग्राम पिटोल, थांदला, अंधारवड़ ओर रंभापुर सहित अन्य चार स्थानों पर भगोरिया हाट भरे किंतु कहीं भी न तो कोई रौनक नजर आई, न ही ग्रामीण जनों में कोई खास उत्साह का वातावरण ही दिखाई दिया। आज इन हाट बाजारों में केवल हुड़दंग मचाती हुई युवाओं की टोलियां ही दिखाई दी।

अपने मित्रों के साथ थांदला का भगोरिया घूमने आए ग्राम मछलईमाता के निवासी युवक वीरेंद्र पुत्र मानसिंह ने कहा कि भगोरिया देखने आए थे, पर अब इन हाट में कोई दम नहीं बचा है, थोड़ा और घूम कर घर चले जाएंगे।

मौज मस्ती ओर हर्षोल्लास का प्रतीक कहे जाने वाले गुलालिया हाट का मुख्य आकर्षण ढोल मांदल की थाप पर थिरकते ग्रामीणों की टोलियां ही हुआ करती हैं, किंतु इस बार कुछेक टोलियां ही ढोल मांदल बजाती हुई नजर आई।

आज इन हाट बाजारों में झूले चकरी, शीतल पेय सहित मिठाई और खिलौने की दुकानें भी विशेष रूप से सजाई गई थी, पर इन दुकानों पर सामान्य दिनों की ही तरह हलचल थी। व्यवसायियों के अनुसार भगोरिया हाट में कुछ खास दम नहीं था। आशा के विपरीत सामान्य हाट जैसी ही बिक्री रही।

ऐसा लगता है कि ग्रामीणों में अब इन भगोरिया हाट या मेले के प्रति लगाव कम होता जा रहा है। इसीलिए बेदम होते ये हाट बाजार धीरे धीरे अपनी खासियत खोते हुए सामान्य हाट बाजारों में बदलते जा रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ. उमेशचन्द्र शर्मा

   

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