जदयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर का बयान संसदीय आचरण के विरुद्ध:संजय ठाकुर

पूर्वी चंपारण, 20 जून(हि.स.)। जदयू के सीतामढ़ी सांसद देवेश चंद्र ठाकुर ने अपने बयान में मुस्लिम और यादव समाज से वोट नहीं मिलने पर उनकी मदद नहीं करने की घोषणा कर समाज में विद्वेष फैलाने का काम किया है। ऐसा बयान संसदीय आचरण के विरुद्ध है। जन सुराज इस बयान की कड़ी निंदा करता है। गुरूवार को जारी एक बयान में जन सुराज के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी संजय कुमार ठाकुर ने कहा है कि उनका यह बयान उनकी मन: स्थिति को दर्शाता है और यह प्रमाणित करता है कि जिस तरह राजद पिछले बत्तीस वर्षों से मुसलमान और यादव भाइयों को ठग रहा है ठीक उसी तरह नीतीश कुमार और उनका जनता दल यू अब तक उनके लिए घड़ियाली आंसू ही बहाता रहा है।

ठाकुर ने कहा है कि एक सांसद जो देश की एकता और अखंडता की शपथ खाता है,जो बिहार विधान परिषद का सभापति जैसे मर्यादित पद पर रहा हो उनसे ऐसी उम्मीद नहीं की जा सकती। आश्चर्य व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि अभी तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अथवा उनके जदयू की तरफ से ऐसे विवादित बयान पर कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है जो इस बात का प्रमाण है कि जदयू का भी उन्हे मौन समर्थन प्राप्त है। उन्हाेंने कहा जब जदयू राजद के साथ रहता है तब मुस्लिमों के लिए उनका झूठा प्यार उबाल मारने लगता है और जैसे ही पाला बदल कर भाजपा की गोद में खेलने लगता है वैसे ही साम्प्रदायिकता उनकी सोंच बन जाती है।

संजय ठाकुर ने कहा है कि जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर एक मात्र सेक्युलरिज्म के मजबूत अलंबरदार है जिनपर आंख मूंदकर भरोसा किया जा सकता है,क्योंकि उनका विचार महात्मा गांधी के विचारों से लबरेज है और बाबा साहेब डाॅ. भीमराव अम्बेडकर के आईन की हिफाजतदार है।

जन सुराज के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता ठाकुर ने कहा अविलंब जदयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर को अपना बयान वापस लेते हुए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि चुनाव जीतने के बाद वे किसी जाति- धर्म विशेष के नहीं सभी के सांसद हैं। जदयू नेतृत्व से भी इस पर स्पष्टीकरण की मांग की है।

हिन्दुस्थान समाचार/आनंद प्रकाश/चंदा

   

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