वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय संगठन मंत्री पंहुचे किशनगंज, आश्रम में चलाए जा रहे सेवा कार्य को देखा

किशनगंज,22जून(हि.स.)। अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय संगठन मंत्री अतुल योग प्रवास कार्यक्रम के तहत किशनगंज पहुंचे। प्रवास कार्यक्रम के तहत ठाकुरगंज के चुरली, एवं पोठिया के टीपीझाड़ी का उन्होंने दौरा किया। वही वनवासी कल्याण आश्रम बाबा तिलका मांझी छात्रावास फरिगोंला में नगर एवं जिला समिति की एक बैठक जिला सचिव गौतम पोद्दार की अध्यक्षता में आयोजन किया गया।

बैठक की विधिवत शुरुआत बाला साहेब देश पांडे के चित्र पर पुष्प अर्पित कर सरस्वती वंदना के साथ हुई। बैठक में संगठन मंत्री दुर्गा उराव ने विगत एक वर्ष में हुए कार्य का ब्यौरा प्रस्तुत किया। बैठक में सचिव गौतम पोद्दार ने वनवासी कल्याण आश्रम के छात्रों को सुव्यवस्थित रूप से चलाने के लिए नगर के तमाम पालक सदस्यों के बारे में अवगत कराया तथा सहयोग की अपेक्षा का अनुरोध किया।

बैठक में राष्ट्रीय संगठन मंत्री अतुल योग ने कहा कि वर्ष 2011 के जनगणना में कुल 10 करोड़ 48 लाख इनकी जनसंख्या थी जो अब बढ़कर लगभग 12 करोड़ से अधिक हो गई है। दुनिया में भारत सबसे बड़ा वनवासी आबादी वाला देश है। भारत में कुल 750 प्रकार के जनजाति हैं जैसे संथाल, पहाड़िया, उरांव इत्यादि है। आगे उन्होंने कहा भारत में केवल तीन राज्य ऐसे हैं जहां जनजाति समाज नहीं है दिल्ली, हरियाणा, और पंजाब बाकी सभी राज्यों में जनजाति समाज है।

उन्होंने कहा की 26 दिसंबर 1952 को आश्रम का काम, बालासाहेब देशपांडे ने छत्तीसगढ़ के जशपुर में शुरु किया। वर्ष 1975 में आपातकाल लगा तथा संघ में प्रतिबंध लगा एवं वनवासी आश्रम के सभी लोग जेल गए 52 से लेकर 77 तक जशपुर जिला तक ही यह काम सीमित रहा, शिक्षा के क्षेत्र में मेडिकल के क्षेत्र में, छात्रावास का काम चलता रहा, यह एक प्रकार से अनुभव प्राप्त हुआ तब बालासाहेब देशपांडे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उसे समय के सर संघचालक मधुकर दत्तात्रेय बालासाहेब देवरस से मिलने गए तब उन्होंने कहा कि वनवासी कल्याण आश्रम का कार्य संपूर्ण देश में करने की जरूरत है।

इसी के दरमियान बिहार में कामेश्वर तिवारी वर्ष 1978 में जो की एक होम्योपैथी डाक्टर से 25 पैसे लेकर मरीज को देखते थे बिहार में कल्याण आश्रम का काम शुरु किया। कल्याण आश्रम सेवा करने वाली संस्था है। पूरे देश में 241 छात्रावास है जहां 10 हजार से अधिक बच्चे पढ़ते हैं। इन छात्रावास से पढ़ कर देश में बहुत सारे बच्चे इंजीनियर डाक्टर प्रोफेसर बैंकिंग के क्षेत्र में अपनी सेवा दे रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा कि देश में 5000 से अधिक एकड़ विद्यालय चल रहे हैं डेढ़ लाख बच्चे एकल विद्यालय में पढ़ते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2022 में जनजाति के सम्मान में 15 नवंबर को गौरव दिवस मनाने का निर्णय लिया जो हम लोगों के लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि भारत बसता है गांव में चलो गांव की ओर। आजादी के आंदोलन में सभी राज्यों में जनजाति सदस्यों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया जैसे विरसा मुंडा, रानी गैदिनलयू, लक्ष्मण नायक, वीर सुरेन्द्र भाई, रानी दुर्गावती, कोमल भीमतिलका मांझी।

बैठक में मुख्य रूप से जिला सह संचालक अमरचंद, प्रांतीय शासन संगठन मंत्री रवि उराव, जिला उपाध्यक्ष सुबीर मंजूमदार वरिष्ठ सदस्य वीरेंद्र दुबे मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार/धर्मेन्द्र/चंदा

   

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