शिक्षा मंत्री ने दिए जन सहभागिता के साथ मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाभियान को सफल बनाने के निर्देश

सवाई माधोपुर, 6 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में हरित राजस्थान की संकल्पना को साकार करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाअभियान के तहत मनाये जाने वाले अमृत पर्यावरण महोत्सव की पूर्व तैयारियों के संबंध में शनिवार को राज्य के शिक्षा एवं पंचायतीराज विभाग मंत्री मदन दिलावर ने जिला स्तरीय अधिकारियों की कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक ली।

बैठक में शिक्षा एवं पंचायतीराज विभाग मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण को दृृष्टिगत रखते हुए हरियाली व पर्यावरण शुद्धिकरण के लिए मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृृत्व में हरित राजस्थान की परिकल्पना को साकार करने के लिए ‘एक व्यक्ति एक पेड़’ अभियान के तहत छायादार व फलदार पौधे लगाए जा रहे है। पौधारोपण के बाद उसकी देखभाल एवं सुरक्षा की जिम्मेदारी तय कर लगाये गए पौधों की वृद्धि की भी नियमित समीक्षा की जाएगी। उन्होंने वृक्षारोपण महाअभियान के तहत लगाए जाने वाले सभी पौधों की जियो टैंगिंग कर उनके बड़े होने तक सार-संभाल सहित सम्पूर्ण जिम्मेदारी तय करने की बात कहीं। उन्होंने कहा कि पेड़ धरती माता का श्रृंगार एवं प्रकृति में जीवन का आधार है सभी लोग पेड़ों के कारण ही जीवित हैं। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण के तहत पीपल, बरगद, नीम के अधिकाधिक पौधे लगाए जाएं। ये हमें अधिक मात्रा में प्राण वायु प्रदान करने के साथ ही तापमान को कम करने में सहायक होंगे।

उन्होंने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कृष्णा शर्मा को सभी राजकीय एवं निजी विद्यालयों में प्रति विद्यार्थी परिवार के सदस्यों की संख्या के बराबर पौधारोपण कर उसकी देखभाल सुनिश्चित करवाने के निर्देश को दिए। उन्होंने भारत के प्राचीन योगासनों को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक विद्यालय में नियमित रूप से सूर्यनमस्कार करवाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरिराम मीणा को सरकारी कार्यालयों, खेल के मैदान की चार दिवारी के पास, श्मशान घाट, खेत की मेड़ पर सड़क किनारे, तालाब की पाल, चारागाह, गोचर एवं ओरण भूमियों को चिन्हित कर सघन वृक्षारोपण करने के निर्देश दिए। उन्होंने वृक्षारोपण जागरूकता के लिए जनजागरण अभियान चलाकर ग्राम पंचायत स्तर पर प्रभात फेरी, जुलूस, नुक्कड़-नाटक व अन्य नवाचार करने के निर्देश जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को दिए। उन्होंने कहा कि 200 पौधों की देखरेख के लिए एक मनरेगा कर्मी को लगाया जाए।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने शिक्षा मंत्री को बताया कि वृक्षारोपण महाभियान के लिए विभागवार लक्ष्यों का आवंटन किया गया हैं जिसमें शिक्षा विभाग द्वारा चार लाख पौधे, वन विभाग द्वारा दो लाख 50 हजार पौधे व मनरेगा के तहत लगभग एक लाख 78 हजार पौधे सहित जिले में लगभग 12 लाख पौधे लगाए जाएंगे। इसके संबंध में शिक्षा व पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर ने विस्तार से चर्चा करते हुए अधिकारियों को जन सहभागिता के साथ मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाअभियान के तहत सघन वृक्षारोपण करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राजकीय व निजी विद्यालयों, कोचिंग संस्थानों, उद्योगों, पेट्रोल पंप संचालकों, कृषकों, परिवहन साधनों एवं एसी का उपयोग करने वाले सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों व आम नागरिकों द्वारा पौधे लगावाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि जिले में संचालित गोशालाओं में जितनी गाय हैं उतने पेड़ लगाए जाएं।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा हरित प्रदेश की इस संकल्पना को साकार करना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है। पौधारोपण का यह कार्य तब ही सफल होगा, जब लगाए गए पौधों के संरक्षण एवं संवर्धन की जिम्मेदारी मूल कर्तव्य के रूप में ली जाए। उन्होंने कहा कि राज्य के प्रत्येक व्यक्ति को अपने दैनिक दिनचर्या में पौधों की देखभाल करने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए ताकि आने वाले समय में राज्य न केवल एक हरित प्रदेश के रूप में स्थापित हो सकेगा बल्कि हम एक बेहतर कल की संकल्पना को शीघ्र ही साकार कर पाएं। उन्होंने सभी राजकीय एवं संस्थाओं को मानसून के दौरान सघन वृक्षारोपण अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लेने व सफल बनाने के निर्देश दिए।

दिलावर ने सीमेंट फैक्ट्री स्थित दुर्गा माता मंदिर परिसर में ‘‘एक पेड़ देश के नाम’’ अभियान के तहत नीम के पौधे का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने ''एक पेड़ देश के नाम'' अभियान को सफल बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि हम पेड़ लगाएं और उसे बचाने की जिम्मेदारी भी लें। पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़ों को बचाना जरूरी है। जहां पेड़ बचाए जाते हैं वहां प्रकृति सुरक्षित हो जाती है। उन्होंने आमजन से अधिक से अधिक वृक्षारोपण कर अभियान में भाग लेने की अपील की ताकि हरित राजस्थान, समृद्ध राजस्थान की संकल्पना साकार हो सके। इस दौरान प्रबुद्ध व्यक्ति एवं आमजन मौजूद रहे।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि विशेष अभियान चलाकर भूमि एवं आवास रहित घुमन्तु जाति के परिवारों का चिन्हीकरण कर उन्हें आवासीय भूखण्ड पट्टा आवंटित किया जाएगा तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घुमन्तु परिवारों को मकान निर्माण की राशि का लाभ दिलाने के लिए केन्द्र सरकार के स्तर पर स्वीकृति दिलाने के लिए प्रयास किये जाएंगे। उन्होंने आवास रहित घुमन्तु परिवारों को आवासीय भूखण्ड दिलाने एवं मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए सर्वे करवाने के दिए निर्देश जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव को दिए। इस दौरान जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव, अतिरिक्त जिला कलक्टर जगदीश आर्य, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय कुमार मीणा,उपखण्ड अधिकारी अनिल कुमार चौधरी, नगर परिषद आयुक्त फतेहसिंह मीणा, जिला शिक्षा अधिकारी दिनेश गुप्ता, विकास अधिकारी डॉ. सरोज बैरवा सहित विभागीय अधिकारी व कार्मिक उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप

   

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