खतलिंग हिमालय जागरण महायात्रा 2 सितंबर से हाेगी शुरू

खतलिंग को पांचवें धाम के रुप में विकसित करने की उठ रही मांग

नई टिहरी, 09 जुलाई (हि.स.)। भिलंगना नदी का उद्गम स्थल और भगवान शिव के पवित्र धाम में से एक खतलिंग ग्लेशियर पिछले 40 वर्ष से पर्यटन के नक्शे पर विकसित होने के लिए तरस रहा है। उत्तराखंड में चीन-तिब्बत सीमा पर स्थित आस्था के प्रतीक और सामरिक महत्त्व के खतलिंग धाम को पांचवें धाम के रूप में स्थापित करने का अभियान विगत कई वर्ष से चलाया जा रहा है।

केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार में मीडिया सलाहकार और पर्वतीय लोक सेवा समिति के अध्यक्ष सूर्य प्रकाश सेमवाल ने बताया कि विगत 8 वर्ष से प्रतिवर्ष सितंबर के प्रथम सप्ताह में भिलंगना क्षेत्र विकास समिति और खतलिंग देवलिंग पर्यटन विकास समिति के माध्यम से खतलिंग हिमालय जागरण महायात्रा को दिल्ली से संचालित कर रही है। अब कुछ समय से स्थानीय आयोजक संस्थाओं और यात्रा में सहभागी लोगों ने यह निश्चित किया गया है कि 2 सितम्बर को जिस तिथि को उत्तराखंड के गांधी स्व. इंद्रमणि बडोनी ने इस महायात्रा को प्रारंभ किया था, सब उसी तिथि को आधिकारिक यात्रा का शुभारंभ किया जाएगा। इसलिए इस बार खतलिंग हिमालय जागरण महायात्रा नई दिल्ली से एक राष्ट्रीय गोष्ठी के बाद 2 सितंबर को घुत्तू-घनसाली से चलेगी।

सेमवाल ने बताया कि उत्तराखंड सरकार ने वर्ष 2016 में इस साहसिक पर्यटन की यात्रा को सरकारी खर्चें पर करवाने का प्रस्ताव किया था, लेकिन आज तक वह धरातल पर क्रियान्वित नहीं हो सका है। हम सबका यह प्रयास है कि इस बार 2 सितंबर को जब 40वीं महायात्रा शुरू हो तो सरकार के सहयोग के साथ ही इसमें दिल्ली से ही अधिकाधिक लोगों की सहभागिता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि, महायात्रा के 4 दशक पूर्ण होने पर एक स्मारिका का भी प्रकाशन किया जायेगा। वहीं उन्होंने आम लोगों से सहयोग और सहभागिता की पूर्ण अपेक्षा की उम्मीद की है।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रदीप डबराल / सुनील कुमार सक्सैना

   

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