मानवाधिकारों की समझ ही सशक्त समाज की आधारशिला : प्रो. विनोद कुमार

दत्तोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान के मूट कोर्ट हॉल में बुधवार को विश्व मानवाधिकार दिवस के अवसर पर विशेष जागरूकता कार्यक्रम।

जौनपुर,10 (हि.स.)। यूपी के जौनपुर स्थित वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित दत्तोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान के मूट कोर्ट हॉल में बुधवार को विश्व मानवाधिकार दिवस के अवसर पर विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में मानवाधिकारों की संवैधानिक, सामाजिक एवं वैश्विक समझ विकसित करना तथा समकालीन परिप्रेक्ष्य में उनकी प्रासंगिकता पर विचार-विमर्श करना था।कार्यक्रम का शुभारंभ विभागाध्यक्ष एवं निदेशक प्रो. विनोद कुमार द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि मानवाधिकार केवल कानूनी अवधारणा नहीं, बल्कि सशक्त, न्यायपूर्ण और समावेशी समाज की आधारशिला हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति की गरिमा, स्वतंत्रता और समानता की रक्षा तभी सुनिश्चित हो सकती है, जब समाज में मानवाधिकारों को लेकर जागरूकता एवं संवेदनशीलता दोनों विकसित हो।प्रो. विनोद कुमार ने कहा कि डिजिटल युग में मानवाधिकारों से जुड़े प्रश्न और चुनौतियां लगातार जटिल होते जा रहे हैं। साइबर अपराध, डेटा गोपनीयता, डिजिटल स्वतंत्रता तथा अभिव्यक्ति के अधिकार जैसे मुद्दों पर विधि के विद्यार्थियों को न केवल गहन समझ विकसित करनी चाहिए, बल्कि समाज को सही मार्गदर्शन देने की जिम्मेदारी भी निभानी चाहिए।इस अवसर पर उपस्थित शिक्षकों ने मानवाधिकारों से संबंधित राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय कानूनी प्रावधानों, संयुक्त राष्ट्र की भूमिका तथा व्यावहारिक संरक्षण उपायों पर विस्तृत मार्गदर्शन प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. दिनेश कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम में डॉ. वनिता सिंह, डॉ. अनुराग मिश्र, मंगला प्रसाद यादव, डॉ. प्रियंका कुमारी, डॉ. दिनेश सिंह, डॉ. इंद्रजीत कुमार, श्रीप्रकाश यादव, डॉ. रजित राम सोनकर, डॉ. राहुल कुमार राय, डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. अंकित कुमार, डॉ. राजन तिवारी, जीशान अली सहित संस्थान के अन्य शिक्षकगण उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव

   

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