वाराणसी: गृहकर वसूली खराब होने पर नगर आयुक्त सख्त, 22 कर्मियों का रोका वेतन

—जोनल अधिकारी भी निशाने पर, तीन राजस्व निरीक्षकों को दी प्रतिकूल प्रविष्टि

वाराणसी, 04 दिसंबर (हि.स.)। समापन की ओर बढ़ रहे चालू वित्तीय वर्ष में गृहकर वसूली खराब होने पर नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने कड़ा कदम उठाया है। नगर आयुक्त ने बुधवार को सात जोनल अधिकारियों समेत सभी कर अधीक्षक, राजस्व निरीक्षक सहित कुल 22 लोगों का वेतन अग्रिम आदेश तक रोकने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने तीन राजस्व निरीक्षकों को प्रतिकूल प्रविष्टि भी दी है। बीते 28 नवम्बर को नगर आयुक्त ने गृहकर वसूली की समीक्षा की थी।

समीक्षा में उन्होंने पाया कि सभी जोनल अधिकारी गृहकर वसूली के लिये उदासीन हैं। इसके लिए उन्होंने कोई कार्ययोजना भी नही बनाई और न ही उन्होंने वसूली की नियमित समीक्षा की। समीक्षा में पाया गया कि नवंबर तक कुल लक्ष्य का 60 प्रतिशत गृहकर वसूली होनी चाहिए, परन्तु लक्ष्य से काफी कम वसूली हुई। नगर आयुक्त ने गृहकर वसूली बढ़ाये जाने के लिए जोनल अफसरों को निर्देशित किया। इसके बावजूद गृहकर वसूली में कोई सुधार न होते देख कार्रवाई की गयी। इसमें जोनल अधिकारी वरूणापार जितेन्द्र कुमार आनंद, आदमपुर जोनल अधिकारी कृष्ण चन्द्र, सारनाथ जोनल अधिकारी अनुपम त्रिपाठी, ऋषि माण्डवी जोनल अधिकारी शिखा मौर्य, भेलूपुर जोनल अधिकारी कृष्ण चन्द्र तथा दशाश्वमेध व कोतवाली के जोनल अधिकारी जितेन्द्र कुमार आनंद तथा कर अधीक्षक विनय सागर, चन्द्रशेखर, दिलशाद, जयकुमार, मुन्ना लाल राम सहित कुल 22 लोगों का वेतन अग्रिम आदेश तक के लिये राेक दिया गया है। इसके अलावा नगर आयुक्त ने आदमपुर जोन में कार्यरत राजस्व निरीक्षक संतोष कुमार, नायब मोहर्रिर सुभाष तिवारी तथा दशाश्वमेध जोन के राजस्व निरीक्षक सुशील कुमार को अत्यन्त खराब वसूली करने पर प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। नगर आयुक्त ने सभी को चेतावनी दी है कि यदि उनके कार्य में सुधार नही होता है तो निलम्बन एवं बर्खास्तगी की कार्रवाई भी होगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

   

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