रांची, 3 दिसंबर (हि.स.)। सीजीएल–2023 परीक्षा परिणाम जारी करने की झारखंड उच्च न्यायालय की अनुमति के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने बुधवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि कोर्ट के आदेश ने भाजपा के झूठ और अफवाहों को बेनकाब कर दिया है।
उन्होंने कहा कि न्यायालय ने साफ कर दिया है कि मामला सीबीआई जांच के योग्य नहीं है और जांच एसआईटी की निगरानी में जारी रहेगी। इससे सिद्ध होता है कि भाजपा राज्य सरकार के हर कार्य में खोट निकालने की आदत से ग्रसित है।
पांडेय ने आरोप लगाया कि भाजपा ने राजनीतिक लाभ के लिए हजारों युवाओं को गुमराह किया और पेपर लीक का बेबुनियाद मुद्दा खड़ा कर पूरे राज्य में अनिश्चितता का माहौल बनाया।
उन्होंने कहा कि अदालत में भाजपा के दावे साबित नहीं हो सके, जिससे शिक्षा माफिया और अफवाह फैलाने वालों की वास्तविकता उजागर हो गई।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पारदर्शी नीति और साफ नीयत का परिणाम है कि न्यायालय ने सरकार की प्रक्रियाओं पर भरोसा जताया है। झामुमो ने उन परीक्षार्थियों को बधाई दी जिनका परिणाम अब जारी होगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / Manoj Kumar



