कृषि विभाग का दावा...अच्छी बरसात से बढ़ा गेहूं का रकबा, एक साथ बुवाई से बढ़ी यूरिया की मांग

चित्तौड़गढ़, 2 दिसंबर (हि.स.)। जिले में इस वर्ष गेहूं की फसल का क्षेत्रफल बढ़ने तथा अक्टूबर में हुई अच्छी बरसात के कारण एक ही समय में व्यापक स्तर पर बुवाई की गई। इससे यूरिया उर्वरक की मांग में वृद्धि दर्ज की गई है। कृषि विभाग ने जिले में यूरिया की किल्लत पर दावा करते हुवे जरूरत के अनुसार उपयोग का आग्रह भी किसानों से किया है।

कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पिछले वर्ष गेहूं का क्षेत्रफल 1,40,150 हैक्टर था, जबकि रबी 2025 में अब तक 1,55,100 हैक्टर क्षेत्र में बुवाई हो चुकी है। इसमें और वृद्धि की संभावना है। बढ़ते क्षेत्रफल के कारण जिले में यूरिया की मांग भी बढ़ी है। रबी 2025 के लिए 55,600 मैट्रिक टन की मांग के विरुद्ध अब तक लगभग 38,000 मैट्रिक टन यूरिया प्राप्त हो चुका है। यह पिछले वर्ष की तुलना में नवंबर माह तक लगभग 3,000 मैट्रिक टन अधिक है। वहीं यह मांग रबी 2024-25 में 53200 एमटी थी।

रैक से पहुंचे यूरिया के आठ हजार बैग

सयुंक्त निदेशक कृषि कार्यालय से डॉ. शंकरलाल जाट ने बताया कि मंगलवार को ही आरसीएफ रैक से आठ हजार बैग यूरिया प्राप्त हुआ हैै, इसे कृषकों को वितरण किया जा रहा है। वहीं, इसी सप्ताह इफको, एचयूआरएल एवं डीएससीएल रैक से 50,000 बैग यूरिया और आने की संभावना है। इससे क्षेत्रीय मांग के अनुसार संबंधित ग्राम सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से विभागीय अधिकारियों की उपस्थिति में वितरित किया जाएगा।

भंडारण से बचने की अपील

कृषि विभाग ने किसानों से अपील की है कि यूरिया का उपयोग आवश्यकता अनुसार ही करें तथा अनावश्यक भंडारण से बचें। जिले को आगामी दिनों में लगातार यूरिया उपलब्ध हो सके, इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं जिला प्रशासन सतत प्रयासरत है। साथ ही उर्वरक विक्रेताओं को निर्देशित किया कि किसी भी प्रकार की शिकायत प्राप्त होने पर उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के तहत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

उर्वरक नियंत्रण कक्ष स्थापित

किसानों को समय पर एवं सुगमता से यूरिया उपलब्ध कराने के लिए जिला परिषद् चित्तौड़गढ़ स्थित संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) कार्यालय में जिला स्तरीय उर्वरक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। यूरिया की काला बाजारी, अधिक दर से विक्रय या किसी भी अन्य शिकायत के लिए किसान मुकेश कुमार धाकड़, सहायक निदेशक (नियंत्रण कक्ष प्रभारी) भंवरसिंह, सहायक कृषि अधिकारी (सहायक प्रभारी) से संपर्क कर सकते हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल

   

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