कोलकाता, 08 नवंबर (हि.स.) । मुरशिदाबाद के लालबाग सब-डिविजनल अस्पताल में गलत इलाज के कारण एक महिला की मौत हो जाने का मामला गरमा गया है। मृतका के परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों ने गलत ऑपरेशन किया, जिसके कारण उनकी बेटी की जान चली गई। जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो डॉक्टरों ने उनके साथ मारपीट की।
परिवार के अनुसार, मृतका सगीता खातून, जो रानीतला थाना के अकरिगंज ग्राम पंचायत के बेनीपुर की निवासी थीं, 14 अक्टूबर को प्रसव पीड़ा के चलते लालबाग सब-डिविजनल अस्पताल में भर्ती हुईं। वहां मौजूद डॉक्टरों ने उनकी जांच के बाद ऑपरेशन की सलाह दी। ऑपरेशन के बाद उन्होंने एक बच्चे को जन्म दिया, लेकिन ऑपरेशन के बाद से ही उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण ही सगीता की तबीयत लगातार बिगड़ती गई।
हालत बिगड़ने पर उन्हें पहले मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज, फिर बहरमपुर के एक निजी अस्पताल और अंत में कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में रेफर किया गया, लेकिन उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। आखिरकार चार नवंबर को उनकी मौत हो गई। परिवार का कहना है कि अस्पताल ने उन्हें बताया कि ऑपरेशन में गलती होने के कारण सगीता के शरीर में खून का थक्का जम गया और उनकी किडनी खराब हो गई।
गुरुवार शाम को मृतका के परिवार वाले लालबाग अस्पताल पहुंचे और उस डॉक्टर से बात करने का प्रयास किया जिसने ऑपरेशन किया था। आरोप है कि बातचीत के दौरान डॉक्टरों ने मृतका के परिजनों पर हमला कर दिया, जिससे अस्पताल में हंगामा खड़ा हो गया। मामले की जानकारी मिलते ही मुर्शिदाबाद थाने की पुलिस मौके पर पहुंची।
मृतका के पति तौफीक हसन ने शुक्रवार को कहा है, गलत ऑपरेशन के कारण मेरी पत्नी की मौत हुई है। जब हमने डॉक्टरों से बात करने की कोशिश की, तो उनके लोग हम पर हमला करने लगे।
हालांकि, मुर्शिदाबाद के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी संदीप सान्याल ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं की गई थी। उन्होंने कहा, महिला का इलाज पूरी तरह से निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार किया गया था और किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं हुई।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर