बाबा विश्वनाथ की नगरी में उत्साह से मन रही सीताराम विवाह पंचमी 

श्री संकटमोचन मंदिर में सीता राम विवाह महोत्सव

मठों,मंदिरों के साथ कथा स्थलों पर भगवान राम का विवाह का उत्सव,श्री संकटमोचन मंदिर में सीता-राम विवाह महोत्सव शुरू

वाराणसी,05 दिसम्बर (हि.स.)। मार्गशीर्ष (अगहन) माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर शुक्रवार को काशीपुरा​धिपति की नगरी में भगवान राम के विवाहोत्सव की धूम है। सीताराम विवाह पंचमी पर मठों,मंदिरों और नगर के विभिन्न स्थानों पर चल रहे श्रीमद्भागवत कथा स्थल पर भी विविध धार्मिक कार्यक्रम हो रहे है। श्री संकटमोचन मंदिर में भी सीता-राम विवाह महोत्सव का शुभारंभ किया गया। शुरुआत प्रातः काल नव दिवसीय श्री रामचरितमानस नवाह्न पारायण पाठ से हुआ। मानस पाठ का शुभारंभ अखाड़ा गोस्वामी तुलसीदास और मंदिर के महंत प्रो.विश्वम्भर नाथ मिश्र ने श्रीरामचरितमानस की पोथी, आचार्य राघवेंद्र पांडेय एवं मानस पाठ करने वाले 108 ब्राह्मणों का पूजन व पोथी की आरती से की। प्रो. विश्वम्भर नाथ मिश्रा ने बताया कि सीताराम विवाह पंचमी पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्रीरामचरितमानस नवाह्न पारायण पाठ का मंदिर में शुभारंभ हुआ है। श्री रामचरितमानस लोगों के मन मस्तिक में पहुंचे और श्रीरामचरितमानस को अपने जीवन में मानव उतारे, इसी उद्देश्य को लेकर यह आयोजन हर वर्ष किया जाता है। उन्होंने कहा कि मानस ही ऐसा कलियुग का ग्रंथ है जिससे मानव अपना कल्याण कर सकता है । श्री रामचरितमानस को मानव अपने मानस में अगर उतार ले तो उसका जीवन रामराज की तरह खुशहाल हो जाए। यजमान प्रेमचंद मेहरा ने महंत प्रोफेसर विश्वम्भर नाथ मिश्र का माल्यार्पण व पूजन- अर्चन किया ।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

   

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