दिनभर मॉक ड्रिल की चर्चा...:बुजुर्गों ने 1965 व 1971 के युद्धों को किया याद, बोले- तब कई रातें अंधेरे में गुजरीं

भास्कर न्यूज | जालंधर मॉक ड्रिल की घोषणा होते ही सिटी का माहौल बदला। पूरा दिन जालंधर में पुराने बाजारों से लेकर पार्कों और इंडस्ट्रियल क्षेत्रों में युद्ध के हालातों पर चर्चा रही। बुजुर्गों ने 1965, 1971 के युद्धों को याद किया। वहीं, मॉक ड्रिल के दौरान क्या होगा? इसे लेकर तमाम चर्चाएं होती रहीं। ब्लैक आउट की मॉक ड्रिल का समय रात 8 से 9 बजे तय था। लेकिन मंगलवार को दोपहर तक मॉक ड्रिल का समय घोषित नहीं किया गया था। ऐसे में सबकी चर्चाएं अलग-अलग थीं कि बच्चों को स्कूल भेजना चाहिए या छुट्टी करवाई जाए। बाजारों में व्यापारी स्टॉक मार्केट में गिरावट की चिंताओं में रहे। कइयों ने कहा कि दो देशों के बीच तनाव का असर बाजार पर है। एमएसएमई एसोसिएशन ने मीटिंग करके कहा कि प्रशासन को हर तरह का सहयोग करेंगे। सराफा बाजार: व्यापारियों ने कहा- अफवाहों से बचें, प्रशासन के आदेशों पर नजर रखें स्वर्णकार संघ की बैठक सराफा बाजार में प्रधान हरजीत सिंह की अगुवाई में हुई। इसमें पदाधिकारियों ने कहा कि प्रशासन के आदेशों पर संगठन नजर रखेगा। बाजार में किसी भी प्रकार की कोई बात को बगैर तथ्यों के विश्वास न करें। प्रशासन के आदेशों का पालन करेंगे। ब्लैक आउट की मॉक ड्रिल के दौरान सजग रहेंगे। बाजार की सुरक्षा को लेकर भी चर्चा की गई है।

   

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