मुख्यमंत्री ने स्कॉस्ट-जम्मू में राष्ट्रीय कृषि शिखर सम्मेलन और मेला-2024 का उद्घाटन किया
- Sanjay Kumar
- Nov 21, 2024
जम्मू। स्टेट समाचार
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, जम्मू में चार दिवसीय राष्ट्रीय कृषि शिखर सम्मेलन और किसान मेला-2024 के उद्घाटन समारोह पर संबोधित करते हुए, जलवायु परिवर्तन से निपटने और जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था में सुधार लाने में कृषि की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमारा औसत तापमान भी बढ़ रहा है। उन्होंने हाल के वर्षों में स्कॉस्ट-जम्मू द्वारा की गई प्रगति की सराहना करते हुए कहा, स्कॉस्ट-जम्मू का दौरा करके मुझे प्रसन्नता महसूस हुई।
उन्होंने कृषि और संबद्ध क्षेत्रों की आर्थिक क्षमता पर जोर देते हुए कहा, च्च्मेरा दृढ़ विश्वास है कि इन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने से जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण बदलाव आ सकता है। उमर अब्दुल्ला ने भविष्य की पीढिय़ों के लिए खेती को एक व्यवहार्य और सम्मानित आजीविका के रूप में बहाल करने के प्रयासों का आह्वान किया।
जम्मू की कृषि क्षमता के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा, बहु-खेती, प्रमुख फसलों की खेती और उच्च मूल्य वाले उत्पादों के लिए भूमि का उपयोग करने में अपार संभावनाएं हैं। जम्मू पहले से ही अपने आरएस पुरा बासमती, राजमा और किश्तवाड़ के गुच्ची मशरूम के लिए प्रसिद्ध है। जैतून और विदेशी फल जैसे उत्पाद, जो कुछ साल पहले तक अनसुने थे, अब हमारे घरों में आम होते जा रहे हैं। अनुसंधान का व्यावहारिक कार्यान्वयन महत्वपूर्ण है, और जिम्मेदारी यह सुनिश्चित करने में निहित है कि इसका लाभ जम्मू और कश्मीर के हर कोने तक पहुंचे।
उमर अब्दुल्ला ने कृषि और अनुसंधान पर विभिन्न विशेषज्ञों द्वारा लिखी गई कई पुस्तकों का विमोचन किया। उन्होंने इस क्षेत्र में योगदान के लिए जम्मू संभाग के प्रगतिशील किसानों को भी सम्मानित किया। इससे पहले, मुख्यमंत्री ने उपमुख्यमंत्री सुरेंद्र चौधरी, कृषि उत्पादन मंत्री जावेद अहमद डार, उपकुलपति स्कॉस्ट-जम्मू बीएन त्रिपाठी, विधायक आरएस पुरा-जम्मू दक्षिण डॉ. नरिंद्र सिंह रैना, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में राष्ट्रीय कृषि शिखर सम्मेलन और किसान मेला-2024 का उद्घाटन किया।
उमर अब्दुल्ला ने स्कॉस्ट-जम्मू के मुख्य परिसर में नवाचार और उद्यमिता विकास केंद्र की आधारशिला रखी और उपमुख्यमंत्री, कृषि मंत्री, विधायक और उपकुलपति स्कॉस्ट-जम्मू के साथ विभिन्न फलों के पौधे लगाए। मुख्यमंत्री ने कृषि और संबद्ध विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का भी निरीक्षण किया और कर्मचारियों और किसानों से बातचीत की। उन्होंनेकृषि मेला ग्रामीण खेलों का उद्घाटन किया और विभिन्न वर्गों के लडक़े और लड़कियों के बीच रस्साकशी प्रतियोगिता देखी। इस कार्यक्रम में विद्वानों, शोधकर्ताओं, वैज्ञानिकों, छात्रों और प्रगतिशील किसानों की भागीदारी देखी गई, जिससे यह कृषि में ज्ञान-साझाकरण और क्षमता निर्माण के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बन गया।