खाकी तक नहीं पहुंच रही हथकड़ी, दुष्कर्म आरोपित सिपाही एक माह बाद भी आजाद
- Admin Admin
- Mar 03, 2025
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मुरादाबाद, 03 मार्च (हि.स.)। मुरादाबाद के थाना मूंढापांडे क्षेत्र निवासी एक युवती ने बीती जनवरी माह में सीतापुर में तैनात सिपाही मोनू आर्य के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था। जिसमें पीड़िता ने आरोप लगाते हुए बताया था कि जब वह नाबालिग थी तब सिपाही ने दुष्कर्म किया और वीडियो बना भी लिया था। इसके बाद आरोपित ने वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उसे ब्लैकमेल किया। थाना पुलिस ने मामले में रिपोर्ट दर्ज कर पीड़िता के बयान भी दर्ज कर लिए थे। लेकिन आरोपित सिपाही को अभी भी पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है। मामले में पुलिस अधीक्षक नगर कुमार रणविजय सिंह ने सोमवार को बताया कि फरार आरोपित सिपाही को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पीड़िता ने तहरीर में बताया था कि भगतपुर के मिलक मेवाती गांव निवासी मोनू आर्य यूपी पुलिस में सिपाही है। वर्तमान में उसकी तैनाती सीतापुर में है। छह साल पहले सिपाही का उसके घर आना-जाना था। उस वक्त पीड़िता नाबालिग थी। सात जुलाई 2019 की दोपहर करीब ढाई बजे आरोपी ने घर में घुसकर पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया और मोबाइल से वीडियो भी बना लिया था। शिकायकतकर्ता पीड़िता ने आगे बताया था कि जब उसने विरोध किया था तो आरोपित ने बालिग होने पर शादी करने का झांसा देकर शांत करा दिया। पीड़िता जब बालिग हो गई और शादी की बात कही तो आरोपी वीडियो वायरल करने की धमकी देने लगा। इसकी शिकायत आरोपी की बहन और भाई से की तो उन्होंने शादी कराने का आश्वासन दिया लेकिन आरोपी ने शादी नहीं की। दो माह पहले आरोपित मोनू सीतापुर से उसके घर आया और वीडियो वायरल करने की धमकी देकर दुष्कर्म किया। इसके बाद आरोपी ने शादी करने से भी इन्कार कर दिया। तहरीर के आधार पर आरोपित के खिलाफ बीती 31 जनवरी काे केस दर्ज कर लिया गया था। एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि मामले में पीड़िता के बयान भी दर्ज हो गए हैं। मामले में जांच चल रही हैं जल्द ही आरोपित सिपाही को गिरफ्तार करके मुरादाबाद लाया जाएगा।
पीड़िता के परिवार को दिया पांच लाख का लालच
दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़िता ने पुलिस को दी तहरीर में यह बताया कि जब उसने सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की बात कही तो आरोपित और उसके परिजनों ने मामले को दबाने का प्रयास किया। इस मामले को लेकर आरोपित और उसके परिजनों ने पंचायत कराई। जिसमें आरोपित, उसके भाई, बहन, माता-पिता ने गांव के अन्य लोगों के जरिये पांच लाख रुपये पीड़िता के परिवार को देने का लालच दिया। हालांकि पीड़िता और उसके परिवार ने रुपये लेने से इन्कार कर दिया और रिपोर्ट दर्ज करा दी थी।
हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जायसवाल