देहरादून, 1 अक्टूबर (हि.स.)। दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से विविधता में एकता विषय पर मंगलवार सायं सचित्र व्याख्यान कार्यक्रम आयोजित किया। इस दौरान सामाजिक चिंतक अमरदीप सिंह ने गुरु नानक, बाबा फरीद और संत कबीर की रचनाओं और उनके ओर से समाज सुधार कार्यों से समाज में एकता का जो भाव पैदा हुआ, उसे शानदार तरीके से व्यक्त किया।
कार्यक्रम के आरम्भ में दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के प्रोग्राम एसोसिएट चंद्रशेखर तिवारी ने सभागार में उपस्थित लोगों और अतिथि वक्ता अमरदीप सिंह का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन हिन्द स्वराज्य मंच के अजय कुमार जोशी ने किया। इस अवसर पर गांधीवादी चिंतक बिजू नेगी ने भी अपने विचार रखे।
उल्लेखनीय है कि गुरुनानक ने अपने जीवन काल में 22 साल अपने इकलौते साथी भाई मरदाना के साथ व्यापक यात्राएं की थीं। वे उत्तर में बगदाद से लेकर दक्षिण में श्रीलंका सहित नौ देशों तक गए थे। सिंगापुर निवासी अमरदीप सिंह रांगढ़ ने, करीब 2016 से 2019 के बीच, गुरु नानक औरक उनके दर्शन और तब की संस्कृति की खोज में उन सभी नौ देशों और जगहों की यात्राएं की -और उसके अंत में उनको अपने जीवन का ध्येय मिल गया।
कार्यक्रम में विभापुरी दास,सतीश धौलाखण्डी,सुरेंद्र सिंह,देवेंद्र कुमार,सुशीला नेगी,सुंदर बिष्ट, पुष्पलता मंमगाई,मदन सिंह,राकेश कुमार,राजू गुसाईं,रेणु शुकला,अपर्णा वर्धन सहित अनेक लेखक,साहित्यकार,विचारक और दून पुस्तकालय के युवा पाठक उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार