महाकुम्भ में दुःखद हादसे के बाद रूका अमृत स्नान, संतों ने की अपील

श्रद्धालु जहां भी हैं, वहीं स्नान करें : हरि गिरी

महाकुम्भ नगर, 29 जनवरी (हि.स.)। महाकुम्भ में मंगलवार की रात संगम तट पर भगदड़ से हुए दुःखद हादसे के बाद मेला प्रशासन ने दूसरे अमृत स्नान को रोक दिया है। अखाड़े अमृत स्नान के लिये तैयार हैं। हादसे के बाद जारी राहत कार्य और भीड़ के मद्देनजर मेला प्रशासन ने अखाड़ों के स्नान को रोक रखा है।

गौरतलब है कि, संगम में रात 2 बजे के करीब मची भगदड़ में 25 से ज्यादा लोगों के मरने की खबर है। कई घायल हैं। फिलहाल, मेला प्रशासन ने मरने वालों की संख्या की पुष्टि नहीं की है।

गौरतलब है कि, मौनी अमावस्या स्नान के लिये मंगलवार की सुबह से मेला क्षेत्र में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे थे। शाम 8 बजे तक 4.83 करोड़ श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगाई थी।

संगम पर हुए दुखद हादसे के बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के नए अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि, अखाड़े अमृत स्नान के लिये तैयार हैं। मेला प्रशासन ने राहत कार्यों के चलते अमृत स्नान को रोका है। मेला प्रशासन से बातचीत करके अखाड़े अमृत स्नान के लिये संगम की ओर बढ़ेंगे।

जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता नारायण गिरि जी महाराज ने बताया कि, मेला प्रशासन ने दो घंटे के लिये अमृत स्नान रोका है। अखाड़े अमृत स्नान के लिये तैयार हैं।

अपर मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि, संगम में मंगलवार की रात को मची भगदड़ के बाद अखाड़ों को अमृत स्नान के लिये रोका गया है।

श्रद्धालु जहां भी हैं, वहीं स्नान करें

जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि जी महाराज ने मंगलवार की रात को संगम में हुए हादसे के बाद श्रद्धालुओं से अपील की है कि, लोग दो-चार लोगों के झुण्ड में स्नान के लिये जाएं। श्रद्धालु जहां भी हैं, वहीं स्नान करें। प्रयागराज की 40 किमी की परिधि में श्रद्धालु जहां भी स्नान करेंगे, उन्हें मौनी अमावस्या के पुण्य का लाभ मिलेगा।

13 अखाड़ों का अमृत स्नान में क्रम और समय

मौनी अमावस्या पर सबसे पहले श्रीपंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी व श्रीशंभू पंचायती अटल अखाड़ा स्नान करेगा। दूसरे स्थान पर श्रीतपोनिधि पंचायती श्रीनिरंजनी अखाड़ा एवं श्रीपंचायती अखाड़ा आनंद अमृत स्नान करेगा। तीन संन्यासी अखाड़े श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा एवं श्रीपंच दशनाम आवाहन अखाड़ा तथा श्रीपंचाग्नि अखाड़ा स्नान करेगा। तीन बैरागी अखाड़ों में सबसे पहले अखिल भारतीय श्रीपंच निर्वाणी अनी अखाड़ा स्नान करेगा। अखिल भारतीय श्रीपंच दिगंबर अनी अखाड़ा स्नान करेगा। इसके बाद अखिल भारतीय श्रीपंच निर्मोही अनी, श्रीपंचायती नया उदासीन अखाड़ा, श्रीपंचायती अखाड़ा बडा उदासीन निर्वाण और सबसे अंत में श्रीपंचायती निर्मल अखाड़ा स्नान करेगा।

हिन्दुस्थान समाचार / Dr. Ashish Vashisht

   

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