हरियाणा में कॉलेजों का NIRF रैंकिंग पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य:28 नवंबर अंतिम डेट, नोडल अधिकारी संभालेंगे जिम्मा, 2022 से पहले के हों संस्थान

हरियाणा के सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को अब नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा। इस संबंध में उच्च शिक्षा निदेशालय ने सभी संस्थानों को निर्देश जारी किए हैं। रजिस्ट्रेशन के लिए यह शर्त रखी गई है कि कॉलेज या यूनिवर्सिटी वर्ष 2022 से पहले स्थापित होनी चाहिए। 28 नवंबर तक करना होगा रजिस्ट्रेशन शिक्षा विभाग के महानिदेशक की ओर से जारी आदेशों में कहा गया है कि सभी विश्वविद्यालय और कॉलेज स्वयं को NIRF रैंकिंग पोर्टल पर रजिस्टर करें और अपने संस्थान से संबंधित डेटा पोर्टल पर अपलोड करें। इसके लिए 28 नवंबर अंतिम तिथि तय की गई है। विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि एनआईआरएफ पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन का महत्व नैक (NAAC) ग्रेडिंग में भी रहेगा। नोडल अधिकारी की नियुक्ति के निर्देश निर्देशों में कहा गया है कि प्रत्येक कॉलेज और यूनिवर्सिटी तुरंत एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति करें, जो रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया और डेटा अपलोडिंग की जिम्मेदारी संभालेगा। शिक्षा विभाग ने सभी संस्थानों को समयसीमा के भीतर प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए हैं। NIRF रैंकिंग का महत्व एनआईआरएफ रैंकिंग प्रणाली की शुरुआत वर्ष 2015 में की गई थी। इसका उद्देश्य छात्रों को देशभर के शिक्षण संस्थानों की गुणवत्ता और प्रदर्शन के आधार पर सही जानकारी उपलब्ध कराना है, ताकि वे अपने लिए उपयुक्त कॉलेज या यूनिवर्सिटी का चयन कर सकें। इस रैंकिंग के आधार पर सरकार शीर्ष संस्थानों की पहचान करती है और उनकी गुणवत्ता को और बेहतर बनाने के लिए कदम उठाती है। अच्छी रैंकिंग वाले संस्थानों में दाखिला लेने से छात्रों को करियर और शोध के बेहतर अवसर मिलते हैं। इन मानकों पर तय होती है रैंकिंग एनआईआरएफ रैंकिंग कई मानकों के आधार पर तय की जाती है, जिनमें शामिल हैं —

   

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