तैराकी में भी शुरू होगी इंडियन प्रीमियर लीग, एशियन चैंपियनशिप की मेजबानी भारत करेगा

भीलवाड़ा, 2 दिसंबर (हि.स.)। तैराकी को नई ऊंचाइयों पर ले जाते हुए, वर्ष 2025 में राजस्थान जूनियर नेशनल तैराकी प्रतियोगिता की मेजबानी करेगा। यह प्रतिष्ठित आयोजन जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम के अंतरराष्ट्रीय तरणताल में होगा। राजस्थान तैराकी संघ के अध्यक्ष अनिल व्यास, जो भीलवाड़ा जिला तैराकी संघ के अध्यक्ष भी हैं, ने यह जानकारी दी।

स्वीमिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की हाल ही में गुजरात में आयोजित साधारण सभा (एजीएम) में वर्ष 2025 के तैराकी कार्यक्रम की योजना बनाई गई। इसमें सबसे बड़ा ऐलान यह हुआ कि तैराकी में भी इंडियन प्रीमियर स्विमिंग लीग (आईपीएसएल) शुरू की जाएगी, जो क्रिकेट और अन्य खेलों की तरह एक पेशेवर लीग होगी।

लीग का प्रारूप तय करने के लिए छह सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है, जिसमें शाहपुरा के अनिल व्यास को भी शामिल किया गया है। यह लीग भारतीय तैराकी को नई पहचान देने और युवा प्रतिभाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमकाने का मंच प्रदान करेगी। व्यास ने बताया कि भारत वर्ष 2025 में एशियन स्विमिंग चैंपियनशिप की मेजबानी भी करेगा। यह चैंपियनशिप गुजरात या कर्नाटक में आयोजित की जा सकती है। इसमें चार प्रमुख तैराकी स्पर्धाएं शामिल होंगी। इसमें स्विमिंग, डाइविंग, सिंक्रोनाइज स्विमिंग, वाटरपोलो को इसमें शामिल किया गया है। यह आयोजन न केवल एशिया के बेहतरीन तैराकों को एक मंच पर लाएगा, बल्कि भारत में तैराकी खेल की पहचान को भी मजबूत करेगा।

व्यास ने यह भी बताया कि लंबे समय से निलंबित चल रही महाराष्ट्र स्विमिंग एसोसिएशन की मान्यता को बहाल करने के लिए एक तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। इस कमेटी में भी अनिल व्यास को शामिल किया गया है।

2025 में जयपुर में आयोजित होने वाली जूनियर नेशनल तैराकी प्रतियोगिता राजस्थान के तैराकों और खेल प्रेमियों के लिए एक ऐतिहासिक अवसर होगी। अंतरराष्ट्रीय स्तर के तरणताल पर यह आयोजन राज्य के खिलाड़ियों को उच्चस्तरीय प्रतिस्पर्धा और प्रदर्शन का मौका देगा। अनिल व्यास ने कहा, यह आयोजन राजस्थान में तैराकी को प्रोत्साहित करेगा और राज्य की प्रतिभाओं को देश के सामने अपनी क्षमता दिखाने का अवसर प्रदान करेगा।

व्यास ने बताया कि तैराकी में आईपीएल की तर्ज पर लीग का आयोजन और एशियन चैंपियनशिप की मेजबानी भारत को अंतरराष्ट्रीय खेल मानचित्र पर मजबूत करेगी। इसके साथ ही, राजस्थान जैसे राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का अवसर मिलेगा। 2025 तैराकी के खेल के लिए एक ऐतिहासिक वर्ष साबित हो सकता है।

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हिन्दुस्थान समाचार / मूलचंद

   

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