चंडीगढ़ पुलिस की आरबीआई और दूरसंचार विभाग से मीटिंग:साइबर फ्रॉड रोकने को लेकर तैयार किया प्लान, संदिग्ध खातों को तुरंत फ्रीज करें
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- Aug 07, 2025
साइबर ठगी के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए वीरवार को पुलिस हेडक्वार्टर सेक्टर-9 में चंडीगढ़ पुलिस और आरबीआई व दूरसंचार विभाग के साथ मीटिंग की गई। मीटिंग का एजेंडा था साइबर ठगी पर लगाम लगाना। साइबर फ्रॉड रोकने के लिए आरबीआई, टेलिकॉम विभाग, बैंक और सर्विस प्रोवाइडर्स के साथ मिलाया हाथ। एआई घोटाले, फिशिंग और म्यूल अकाउंट पर कसा शिकंजा, हर 3 महीने मीटिंग होगी। ये थे मीटिंग में शामिल मीटिंग में एसपी साइबर सेल गीतांजलि खंडेलवाल, एजीएम गगनदीप कौर, दूरसंचार विभाग के चेतन शर्मा, प्रमुख सार्वजनिक व निजी क्षेत्र के बैंकों और टेलीकॉम सेवा प्रदाताओं के प्रतिनिधि, इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर और साइबर ऑपरेटर शामिल हुए। सभी ने साइबर फ्रॉड से जुड़ी अपनी चुनौतियों और अनुभवों को साझा किया। पुलिस ने लोगों से कहा कि किसी भी संदिग्ध मोबाइल नंबर की सूचना चक्षु पोर्टल पर दें और बड़े लेनदेन से पहले बैंक अकाउंट की जानकारी की पुष्टि ज़रूर करें। इन मुद्दों पर हुई चर्चा एआई आधारित ठगी, फिशिंग अटैक, म्यूल अकाउंट और सोशल इंजीनियरिंग फ्रॉड्स डेटा शेयरिंग में देरी, वीकेंड पर सहयोग की कमी और केवाईसी नियमों में खामियां सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए साझा सुझाव और मानकीकरण (स्टैंडर्डाइजेशन) पर बल टेलीकॉम कंपनियों से मांगी जानकारी समय पर सब्सक्राइबर की जानकारी, कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR), लाइव लोकेशन, आईपी लॉग्स धोखाधड़ी की शिकायत मिलते ही तुरंत सिम डिएक्टिवेशन नोडल अफसर की 24x7 उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया बैंकों को दिए गए निर्देश संदिग्ध खातों को तुरंत फ्रीज करें ट्रांजैक्शन हिस्ट्री और अकाउंट डिटेल्स तुरंत साझा करें केवाईसी नियमों का सख्ती से पालन करें ताकि सिस्टम का दुरुपयोग न हो सके



