घायल मजदूर के परिवार का इस्पात फैक्ट्री गेट पर हंगामा

हमीरपुर, 06 नवम्बर (हि.स.)। बुधवार को हमेशा से सुर्खियों में रही सुमेरपुर की रिमझिम फैक्ट्री में काम करते समय एक दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए फैक्ट्री कर्मी के उपचार में लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों ने फैक्ट्री गेट पर अन्य मजदूरों के साथ जमकर हंगामा काटा। परिजनों का कहना है कि डॉक्टरों ने जान बचाने के लिए पैर काटने की सलाह दी है। फैक्ट्री प्रबंधन उपचार कराने में आनाकानी कर रहा है।

बिहार प्रांत के भमुआ जनपद के रोहुआ गांव निवासी 50 वर्षीय देवनारायण यादव भरुआ सुमेरपुर की रिमझिम इस्पात फैक्ट्री में गैस कटर के पद पर कार्य करता है। उसका परिवार सुमेरपुर में किराए के मकान में रहता है। मजदूर की पत्नी मंजू देवी ने बताया कि बीती नौ अक्टूबर को काम करते समय पति के बाएं पैर में गंभीर चोट आई थी। उन्हें उपचार के लिए कानपुर के हैलट में भर्ती कराया है। घटना का एक माह होने वाला है, लेकिन उपचार कराए जाने में फैक्ट्री प्रबंधन की लापरवाही से अब पैर कटने की नौबत आ गई है। डॉक्टरों का कहना है कि अगर पैर नहीं काटा गया तो इंफेक्शन पूरे शरीर में फैल जाएगा, जिससे जान जाने का खतरा है। बुधवार को मंजू देवी अपने दोनों पुत्रों रोशन यादव, राहुल यादव सहित फैक्ट्री गेट पर पहुंच गई। साथी मजदूरों को भी पूरी घटना से अवगत कराया। जिसके बाद यहां फैक्ट्री के मजदूरों में भी प्रबंधन के प्रति रोष व्याप्त हो गया। मजदूरों के साथ मंजू देवी ने गेट पर हंगामा करना शुरू कर दिया। उन्होंने फैक्ट्री प्रबंध तंत्र से इलाज का खर्चा उठाने और दिव्यांग होने की स्थिति में परिवार की मदद की गुहार लगाई है। फैक्ट्री मैनेजर मनोज गुप्ता का कहना है कि परिजनों का आरोप निराधार है। इलाज में कोई कोताही नहीं बरती गई है। डॉक्टरों की सलाह पर उपचार किया जा रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज मिश्रा

   

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