महाराष्ट्र में एचएमपीवी का कोई मामला नहीं, सरकार ने जारी की गाइडलाइंस
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- Jan 06, 2025
मुंबई, 06 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को कहा कि महाराष्ट्र में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) का कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन नागरिकों को निवारक उपायों का पालन करना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी स्थिति पर नजऱ रख रहे हैं। स्वास्थ्य सेवा निदेशालय ने वायरस की वैश्विक रिपोर्टों के बाद सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निवारक उपायों की रूपरेखा तैयार की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एचएमपीवी के संबंध में महाराष्ट्र सरकार केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के लगातार संपर्क में है, लेकिन सभी नागरिकों को कोरोना कालखंड में जारी निवारक उपायों का पालन करना चाहिए। इसके बाद मुंबई नगर निगम ने भी कहा कि मुंबई में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस का कोई मामला सामने नहीं आया है। वर्तमान में सार्वजनिक स्वास्थ्य को कोई बड़ा खतरा नहीं है। केंद्र और महाराष्ट्र दोनों सरकारों ने जनता को आश्वस्त किया है कि वायरस के किसी भी संभावित प्रसार को रोकने के लिए सभी आवश्यक सावधानियां लागू की जा रही हैं। मुंबई नगर निगम ने कहा है कि जनता को अनावश्यक रूप से घबराने की जरुरत नहीं है। मुंबई में एचएमपीवी संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया है।
स्वास्थ्य सेवा निदेशालय ने वायरस की वैश्विक रिपोर्टों के बाद सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निवारक उपायों की रूपरेखा तैयार की है। राज्य के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग ने महाराष्ट्र के लिए श्वसन संक्रमण के आंकड़ों का विश्लेषण किया है और पाया है कि दिसंबर 2024 में 2023 की इसी अवधि की तुलना में मामलों में कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं हुई है। हालांकि, अधिकारी सतर्क रुख अपना रहे हैं और नागरिकों से श्वसन संक्रमण से खुद को बचाने के लिए बुनियादी स्वच्छता प्रथाओं को अपनाने का आग्रह कर रहे हैं। जिसमें खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को रूमाल या टिशू से ढंकना, साबुन और पानी से बार-बार हाथ धोना या अल्कोहल-आधारित सैनिटाइजऱ का उपयोग करना और बुखार, खांसी या छींकने जैसे लक्षण होने पर सार्वजनिक स्थानों से बचना शामिल है।
स्वास्थ्य सेवा निदेशालय ने नागरिकों को पर्याप्त पानी पीने, पौष्टिक भोजन करने और रहने की जगहों में उचित वेंटिलेशन बनाए रखने की भी सलाह दी है। हाथ मिलाने, टिशू का दोबारा इस्तेमाल करने और बीमारी के लक्षण दिखाने वाले व्यक्तियों से दूर रहने, लोगों को बार-बार अपने चेहरे को छूने, सार्वजनिक स्थानों पर थूकने और किसी चिकित्सक से परामर्श किए बिना स्वयं दवा लेने से बचने के लिए कहा गया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर यादव